उज्जैन (मध्यप्रदेश), 5 नवंबर (आईएएनएस)। महाकाल मंदिर के निकट मुस्लिम बहुल बेगमबाग इलाके में एक बार फिर बुलडोजर चलाया गया। कार्रवाई के दौरान सीईओ संदीप सोनी, 100 पुलिस अधिकारी-जवान, 100 नगर निगम कर्मी और प्रशासनिक अमला तैनात रहा। इलाके में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए।
उज्जैन विकास प्राधिकरण (यूडीए) के आवासीय प्लॉटों पर किए गए अवैध व्यावसायिक अतिक्रमण को हटाने के लिए यह कार्रवाई की जा रही है। बुधवार को 12 अवैध इमारतों को ध्वस्त करने का काम शुरू हुआ, जिसमें एक दर्जन पोकलेन मशीनें और बुलडोजर लगाए गए हैं।
ये इमारतें सैय्यद नियामत अली, रोशनी बी, मोहम्मद अय्यूब, अब्दुल खालिद, रईस मोहम्मद, साजिद खान, अकीला बी, मोहम्मद नासिर, एजाज अहमद, आइसा बी, उवेश खान, अब्दुल नासिर, अब्दुल शाकिर, अनीसा बी और फेमीदा बी की हैं। कार्रवाई से पहले लोअर कोर्ट, हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से स्टे ऑर्डर हट चुके हैं।
यूडीए के सीईओ संदीप सोनी ने आईएएनएस से बातचीत में बताया, “1985 में महाकाल आवासीय परियोजना शुरू की गई थी। प्लॉटों का उद्देश्य सिर्फ आवास था, लेकिन यहां व्यावसायिक गतिविधियां चल रही थीं। दो साल पहले 28 प्लॉटों की लीज रद्द की गई, जिनमें 65 निर्माण शामिल थे। पहले तीन चरणों में 26 प्लॉट खाली कराए गए। अब 12 संरचनाओं को तोड़ा जा रहा है और कब्जा लिया जाएगा।”
प्रशासन का कहना है कि कार्रवाई कानूनी आधार पर हो रही है और किसी धर्म विशेष को निशाना नहीं बनाया जा रहा। हम सभी उन इमारतों को चिन्हित कर रहे हैं ,जहां पर नियमों की अवहेलना की गई है।
यह अभियान अवैध अतिक्रमण हटाओ मुहिम का हिस्सा है, जिससे महाकाल कॉरिडोर क्षेत्र को साफ-सुथरा रखा जा सके। तोड़फोड़ के बाद प्लॉटों पर यूडीए का कब्जा होगा और आगे आवासीय उपयोग सुनिश्चित किया जाएगा।

