लखनऊ, 11 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में विधानसभा के मॉनसून सत्र की शुरुआत हो गई। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि सदन सुचारू रूप से चलाने की जिम्मेदारी सभी सदस्यों की है।
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि सदन को सुचारू रूप से चलाना हम सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने आगे कहा, “2047 तक विकसित भारत के संकल्प पर नॉनस्टॉप चर्चा होगी। हमारे पास विजन है, इसलिए हम चर्चा करना चाहते हैं। आगे भी विजन पर चर्चा होगी, बिना विजन के विकास संभव नहीं है।”
उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “लोकतंत्र में चर्चा परिचर्चा के माध्यम से जनता की समस्याओं को उच्च पटल पर रखना और जनता की अपेक्षाओं को पूरा करके उन्हें उसका हिसाब देना चाहिए। यह लोकतंत्र का मंदिर है, और सभी की अपनी-अपनी एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। सभी को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “मुझे इस बात की प्रशंसा है कि रविवार की सर्वदलीय बैठक में सभी दलों ने विधानसभा सत्र को सुचारू रूप से चलाने का वादा किया है। विधानसभा में चुने हुए प्रतिनिधियों के बीच बातचीत होती है। सरकार की सोच है कि जनता के बीच इस चर्चा को लेकर जाएंगे और जनता से भी सुझाव मांगे जाएंगे। विधानसभा सत्र सुचारू रूप से चलाने के लिए मैं सभी से सहयोग की अपेक्षा करता हूं, क्योंकि जनता का हित इसमें है।”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने आईएएनएस से कहा कि सरकार ने सभी को साथ लेकर प्रदेश को विकास के मामले में नंबर एक पर लाने का काम किया है।
यूपी विधानसभा में 24 घंटे के सत्र में सपा के शामिल नहीं होने पर उन्होंने कहा कि सपा सिर्फ हल्ला करने वाली पार्टी है। उनके पास कहने को कुछ नहीं है। वो सदन में प्रतिभाग करेंगे तो उन्हें कुछ कहना पड़ेगा, लेकिन उनके पास कुछ कहने को नहीं है।
मंत्री दानिश आज़ाद अंसारी ने कहा, “समाजवादी पार्टी के नेताओं को अपने कमरों से बाहर निकलकर देखना चाहिए कि कैसे मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हमने उत्तर प्रदेश में विकास को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।”
बता दें कि इस बार ‘विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश-2047’ विजन डॉक्यूमेंट पर चर्चा होनी है। वहीं, प्रदेश की मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी ने 24 घंटे के सत्र में शामिल होने से मना कर दिया है।