‘वंदे मातरम’ न बोलने वाले लोग सच्चे भारतीय नहीं, सतर्क रहने की जरूरत: सीएम हिमंत बिस्वा सरमा

0
6

गुवाहाटी, 12 नवंबर (आईएएनएस)। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए विस्फोट पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्‍होंने कहा कि जो लोग ‘वंदे मातरम’ बोलने से कतराते हैं, वे सच्चे भारतीय नहीं हो सकते। ऐसे लोगों से सतर्क रहने की जरूरत है। इस बीच दिल्‍ली विस्‍फोट मामले में असम पुलिस ने ऑनलाइन आपत्तिजनक और भड़काऊ सामग्री फैलाने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।

मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि ‘वंदे मातरम’ न बोलने वाले लोग भारत माता के भाव को समझ ही नहीं सकते। ऐसे लोगों से हमेशा सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि जब ये शिक्षित होते हैं तो और भी ताकतवर बम और खतरनाक साजिशें रचते हैं।

उन्‍होंने कहा कि हमें हमेशा यह सिखाया गया था कि शिक्षित लोग कभी उग्रवाद की राह पर नहीं चलेंगे, लेकिन अब यह धारणा गलत साबित हो रही है। शिक्षा अकेले किसी व्यक्ति को सही मार्ग पर नहीं रख सकती, कई बार यही शिक्षा उसे और खतरनाक बना देती है। हमने देखा है कि डॉक्टर जैसे पेशेवर लोग भी ऐसी गतिविधियों में शामिल हो जाते हैं।

उन्होंने यह भी दावा किया कि दिल्ली विस्फोट मामले में गिरफ्तार डॉक्टर पहले भी कई हादसों में शामिल रहा है। उसने जांच के दौरान यह स्वीकार किया है कि कॉलेज के दिनों में वह हिंदू लड़कियों को फुसलाकर मुस्लिम लड़कों से निकाह करवाने और धर्म परिवर्तन कराने की साजिशों में शामिल था।

सरमा ने कहा कि जम्मू में हुए पहलगाम हमले और अब दिल्ली विस्फोट—दोनों घटनाएं हमें सतर्कता का सबक देती हैं। देश को इन खतरों से निपटने के लिए लगातार सजग रहना होगा।

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म ‘एक्‍स’ पर एक पोस्‍ट में लिखा, ‘हाल ही में दिल्ली में हुए विस्फोट के सिलसिले में असम पुलिस ने ऑनलाइन आपत्तिजनक और भड़काऊ सामग्री फैलाने के आरोप में मतिउर रहमान (दरांग), हसन अली मंडल (गोलपाड़ा), अब्दुल लतीफ (चिरांग), वजहुल कमाल (कामरूप), और नूर अमीन अहमद (बोंगाईगांव) को गिरफ्तार किया है।

असम पुलिस सोशल मीडिया का दुरुपयोग करके नफरत फैलाने या आतंकवाद का महिमामंडन करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ तेजी और सख्ती से कार्रवाई जारी रखेगी।