‘द कश्मीर फाइल्स’ के निर्देशक विवेक रंजन ने 4 प्वाइंट्स संग बताया क्या है ‘सात्विक लाइफ स्टाइल’

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मुंबई, 10 नवंबर (आईएएनएस)। “द कश्मीर फाइल्स” के निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर यूजर्स को बताया है कि वास्तव में सात्विक लाइफ स्टाइल किसे कहते हैं। निर्देशक ने सात्विक लाइफ स्टाइल को 4 बिंदुओं संग समझाया है।

इंटरनेट पर अक्सर सक्रिय रहने वाले निर्देशक अग्निहोत्री ने इंस्टाग्राम प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट शेयर कर बताया कि सात्विक लाइफ स्टाइल किसे कहते हैं? उन्होंने पोस्ट में लिखा “मैं कुछ समय से सात्विक जीवन शैली के बारे में खोज कर रहा हूं और लोग अक्सर मुझसे पूछते हैं कि आखिर सात्विक लाइफ स्टाइल क्या है? ज्यादातर लोग सोचते हैं कि सात्विक का संबंध सिर्फ हमारे भोजन से है। लेकिन इसमें और भी बहुत कुछ है।“

उन्होंने यूजर्स को समझाते हुए बताया पहला बातचीत है, आप एक ऐसे मित्र की कल्पना करें, जो पहले तो सुखद बातचीत करता है (सात्विक), फिर गपशप करने लगता है (राजसिक) और बाद में हर चीज के बारे में शिकायत करने लगता है (तामसिक)। दूसरा है स्थान, आप ध्यान कक्ष (सात्विक) बनाम शॉपिंग मॉल (तामसिक) के बारे में सोचिए। अगर उस ध्यान कक्ष में कोई आपको सही या गलत के बारे में व्याख्यान दे रहा है, तो यह थोड़ा (राजसिक) हो रहा है। जब वही व्यक्ति हर किसी के तरीकों की आलोचना करता है तो यह पूरी तरह (तामसिक) है।

अग्निहोत्री ने तीसरा बिंदु लक्ष्य को बताते हुए कहा एक स्पष्ट, केंद्रित लक्ष्य निर्धारित करना (सात्विक) बहुत अच्‍छा है। इसे प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करना (राजसिक) सराहनीय है। लेकिन अगर उस लक्ष्य को प्राप्त करने का मतलब दूसरों के पैरों पर पैर रखना या लोगों को चोट पहुंचाना (तामसिक) है, तो हम मुद्दे से भटक रहे हैं।

“द वैक्सीन वॉर” निर्देशक ने बताया कि विचार या राय चौथा बिंदु है। विचारशील राय रखना और आलोचनात्मक होना (सात्विक) ठीक है। गरमागरम बहस और टकराव में पड़ना (राजसिक) कम ठीक है। गाली-गलौज, धमकी या ट्रोलिंग का सहारा लेना (तामसिक) एक अलग ही कहानी है। सात्विकता की खोज का मतलब है संतुलन पाना और अतिवाद को हावी न होने देना। मेरे लिए सात्विक जीवन शैली एक सरल, शांत और आध्यात्मिक जीवन जीने का तरीका है। एक ज्ञानी द्वारा दिए गए इन उदाहरणों ने मुझे बदल दिया, आशा है कि यह आपकी भी मदद करेगा।”