नई दिल्ली, 5 जुलाई (आईएएनएस)। बिहार में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग की ओर से वोटर लिस्ट रिवीजन के मुद्दे पर विपक्ष ने आयोग की कार्यशैली पर सवाल करते हुए कहा कि गरीबों को वोटर लिस्ट से हटाने के लिए यह प्रक्रिया की जा रही है। विपक्ष का दावा है कि एक माह में कैसे बिहार का पूरा वोटर लिस्ट रिवीजन कर लिया जाएगा। विपक्ष की ओर से इस मुद्दे पर 9 जुलाई को चक्का जाम किए जाने की घोषणा गई है। इस पर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि वोटर लिस्ट के साथ जो खिलवाड़ किया जा रहा है वह लोकतंत्र को खत्म कर देगा।
शनिवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि चुनाव आयोग निष्पक्ष रूप से चुनाव आयोजित नहीं कराएगा तो लोकतंत्र नहीं बचेगा। लोकतंत्र को जिंदा रखना है तो सुप्रीम कोर्ट को संज्ञान लेना चाहिए और निगरानी में चुनाव आयोग से काम कराना चाहिए।
इमरान मसूद ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के उस बयान का समर्थन किया है। जिसमें उन्होंने मोदी सरकार की विदेश नीति की जमकर आलोचना की। खड़गे के अनुसार, विदेश नीति की असफलता की वजह से आज सब देश हमारे दुश्मन बनते जा रहे हैं। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि 2004 में यूपीए सरकार के दौरान पाकिस्तान को आतंकवादी देश की सूची में शामिल किया गया था। और आज पाकिस्तान आतंकवाद निरोधक समिति का अध्यक्ष बन रहा है और उसे संयुक्त राष्ट्र में बिना किसी विरोध के 182 वोट मिल रहे हैं। यह चिंता का विषय है। हमें खुद से पूछना चाहिए कि हम अब कहां खड़े हैं। भारत का पड़ोसी देश दुश्मन बन रहा है।
महाराष्ट्र भाषा विवाद पर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि भाषा विवाद एक निराधार मुद्दा है। हर भाषा अपने तरीके से सुंदर है, और लोगों को ज्ञान प्राप्त करना चाहिए और विभिन्न भाषाएं सीखनी चाहिए। अगर मैं मराठी बोलना शुरू कर दूं तो मेरे लिए अच्छी बात है कि मैं नई भाषा को जान पाया।
राज ठाकरे इंडिया गठबंधन का हिस्सा हो सकते हैं। इस पर उन्होंने कहा कि मैं इसे बारे में कुछ नहीं कह सकता हूं। राज ठाकरे को इस पर फैसला लेना है।
कर्नाटक सरकार की ओर से लाए एक बिल पर भाजपा के विरोध को लेकर उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी का मतलब यह नहीं हो सकता है कि आप दूसरे कि निजता पर कीचड़ उछालने का काम करें। सरकार ने जो फैसला लिया वह ठीक है।