व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी के छात्र बन गए हैं राजनाथ सिंह: कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत

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लखनऊ, 3 दिसंबर (आईएएएस)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और बाबरी मस्जिद पर दिए बयान के बाद राजनीतिक प्रतिक्रियाएं तेज हैं। कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने बुधवार को राजनाथ सिंह पर तंज कसा और राजनाथ के दावे को व्हाट्सएप ज्ञान बताया।

दरअसल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक बयान में दावा किया था कि नेहरू बाबरी मस्जिद के लिए पब्लिक फंड का इस्तेमाल करना चाहते थे। इस पर कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने कहा, “पहले राजनाथ सिंह किताबें पढ़ते थे, लेकिन अब मुझे लगता है कि वह ‘व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी’ के स्टूडेंट बन गए हैं। बाबरी मस्जिद पहले से ही वहां थी, तो उसे वहां लाने की बात करके कौन बेवकूफी कर रहा है?”

सीजेआई सूर्यकांत के घुसपैठियों पर दिए बयान पर सुरेंद्र राजपूत ने कहा, “घुसपैठियों का रेड कार्पेट वेलकम करना तो भूल ही जाइए, उन्हें या तो जेल में होना चाहिए या उनके अपने देश वापस भेज देना चाहिए। घुसपैठियों को किसी भी हालत में भारत में रहने की इजाजत नहीं मिलनी चाहिए। इस पर कोई दो राय नहीं हो सकती। सीजेआई सूर्यकांत को भारतीय जनता पार्टी, पीएम मोदी और अमित शाह से जरूर पूछना चाहिए कि उन्होंने पिछले 10 साल में कितने घुसपैठियों को वापस भेजा है।”

जमीयत उलेमा-ए-हिंद प्रमुख मौलाना महमूद मदनी के कांग्रेस पार्टी पर दिए हालिया बयान में उन्होंने कहा, “हम महमूद मदनी को यह साफ कर देना चाहते हैं कि कांग्रेस पार्टी पूरे देश से जुड़े मुद्दे उठाती है। यह गरीबों, युवाओं, किसानों, दलितों और दूसरों के मुद्दे उठाती है। चाहे वह दलितों, मुसलमानों या समाज के किसी दूसरे तबके के साथ हो, चाहे वह महिलाओं या किसी दूसरे ग्रुप से जुड़ा हो। कांग्रेस हमेशा अन्याय के खिलाफ खड़ी है और गरीबों, पिछड़ों, दबे-कुचले लोगों और पीड़ितों का साथ देती है। हम अपने स्टैंड से पीछे नहीं हटते। जहां तक ​​महमूद मदनी की बात है, तो वह हमारे लिए कोई खास मायने नहीं रखता।”

तेलंगाना सीएम रेवंत रेड्डी द्वारा हिंदू देवताओं की अधिक संख्या पर दिए बयान को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, “सनातन धर्म से साफ है कि ‘हरि अनंत, हरि अनंता।’ हमारे 33 करोड़ देवी-देवता हैं। सनातन धर्म समृद्ध है और किसी एक किताब पर आधारित नहीं है। कोई धर्म माने या न माने, सभी को सनातनी माना जाता है। रेवंत रेड्डी के बयान को आलोचनात्मक नजरिए से देखा जाना चाहिए।”

उन्होंने उत्तर प्रदेश विधानसभा में एसआईआर पर चर्चा को लेकर कहा, “पार्टी मीटिंग में एक बात कहना और फिर हाउस में कुछ और कहना सही तरीका नहीं है। अगर आज यह सही तरीका नहीं है तो डेमोक्रेसी का तरीका क्या है? रूलिंग पार्टी को यह समझाना चाहिए। क्या रूलिंग पार्टी डेमोक्रेसी को डंडे से चलाना चाहती है? क्या रूलिंग पार्टी बहुमत के घमंड में पार्लियामेंट पर हावी होना चाहती है?”