शी जिनपिंग ने एससीओ प्लस सम्मेलन पर महत्वपूर्ण भाषण दिया

0
7

बीजिंग, 1 सितंबर (आईएएनएस)। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 1 सितंबर को दोपहर के बाद थ्येनचिन में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन प्लस सम्मेलन पर महत्वपूर्ण भाषण दिया, जिसका शीर्षक एससीओ की शक्ति एकत्र कर वैश्विक शासन सुधारना है।

उन्होंने कहा कि चालू वर्ष विश्व फासीवाद विरोधी युद्ध और संयुक्त राष्ट्र की स्थापना की 80वीं वर्षगांठ है, जो इतिहास की याद कर एक साथ भविष्य रचने का महत्वपूर्ण वक्त है। 80 वर्षों से पहले दो विश्व युद्धों के घोर विपत्तियों से अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने सबक सीखा और संयुक्त राष्ट्र संघ पैदा हुआ और वैश्विक शासन का नया अध्याय जोड़ा गया। 80 वर्षों के बाद शांति, विकास, सहयोग और साझी जीत की युगांतर धारा नहीं बदली, लेकिन शीतयुद्ध, प्रभुत्ववाद और संरक्षणवाद की धुंध नहीं हटी, नयी धमकियां और नयी चुनौतियां बढ़ रही हैं। विश्व नए परिवर्तित काल में प्रवेश कर चौराहे पर आया है।

उन्होंने कहा कि मैं वैश्विक शासन पहल प्रस्तुत करते हुए विभिन्न देशों के साथ अधिक न्यायपूर्ण और युक्तियुक्त वैश्विक शासन व्यवस्था की स्थापना कर हाथों में हाथ मिलाकर मानवता के साझे भविष्य वाले समुदाय की ओर बढ़ने को तैयार हूं। पहला ,प्रभुसत्ता की समानता का पालन करना। दूसरा, अंतरराष्ट्रीय कानूनी शासन का पालन करना। तीसरा, बहुपक्षवाद लागू करना। चौथा, मानवता से केंद्रित रहने की वकालत करना। पांचवां, एक्शन ओरिएंटेशन पर जोर लगाना।

उन्होंने कहा कि अभूतपूर्व वैश्विक परिवर्तन के सामने एससीओ को नेतृत्वकारी भूमिका निभाकर वैश्विक शासन पहल का व्यवहार करने का मॉडल बनना चाहिए। हमें विश्व शांति व स्थिरता के लिए एससीओ की शक्ति प्रदान करनी चाहिए और वैश्विक खुलेपन व सहयोग के लिए एससीओ की जिम्मेदारी निभानी चाहिए। चीन अपने विशाल आकार वाले बाजार के मौके साझा करना चाहता है। हमें समग्र मानव मूल्यों के लिए एससीओ का मॉडल खड़ा कर अंतर्राष्ट्रीय न्याय व निष्पक्षता के लिए एससीओ की कार्रवाई करनी चाहिए।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)