भोपाल
राज्य पुलिस सेवा (एसपीएस ) से पिछले कुछ सालों में आईपीएस अवार्ड हुए 15 अफसरों को अब तक आईपीएस का ईयर अलॉट नहीं हो सकता है। इनमें से आठ अफसर जिलों में पुलिस अधीक्षक हैं, दो अफसर इंदौर और भोपाल में डीसीपी के पद पर पदस्थ हैं। ऐसा माना जा रहा है कि इस साल इन अफसरों में से अधिकांश को ईयर अलॉट हो जाएगा। इनमें से कुछ को वर्ष 2012 और कुछ अफसरों को वर्ष 2013 मिल सकता है।
दरअसल राज्य पुलिस सेवा से आईपीएस अवार्ड होने वाले अफसरों को इंडक्शन ट्रैनिंग कोर्स करने की अनिवार्यता है। करीब पांच साल पहले नए नियम के तहत इन अफसरों को ईयर तब ही अलॉट होगा जब ये इंडक्शन ट्रैनिंग कोर्स कर लेंगे। जबकि पहले आईपीएस बनने से लेकर रिटायर होने से पहले तक कभी भी यह ट्रैनिंग कोर्स किया जा सकता था, लेकिन अब ऐसा नहीं हैं। पांच साल पहले बने इस नियम के चलते कुछ अफसरों को आईपीएस अवार्ड का ईयर अलॉट नहीं हो सकता है। ये अफसर फील्ड में पोस्ट रहे, नतीजे में इन्हें इंडक्शन ट्रैनिंग कोर्स करने का समय नहीं मिल सका। यह ट्रैनिंग गृह मंत्रालय के सरदार वल्लभ भाई पटेल नेशनल पुलिस एकेडमी में होती है। करीब पांच सप्ताह का यह ट्रैनिंग कोर्स होता है। इस कोर्स को करना अनिवार्य होता है।
इन अफसरों को नहीं हुआ ईयर अलॉट
प्रदेश के आठ जिलों में पदस्थ पुलिस अधीक्षकों को अभी आईपीएस का ईयर अलॉट नहीं हो सका। इसमें श्योपुर एसपी आलोक कुमार, एसपी बैतूल, सिद्धार्थ चौधरी, एसपी खरगौन धर्मवीर सिंह, एसपी आगर मालवा संतोष कोरी, सिवनी एसपी रामजी श्रीवास्तव,एसपी अनूपपुर जितेंद्र सिंह पंवार, डिंडौरी एसपी संजीव कुमार सिंहा, हरदा एसपी संजीव कंचन के अलावा भोपाल में पदस्थ डीसीपी विजय भागवानी, इंदौर डीसीपी जगदीश डाबर को अभी ईयर अलॉट नहीं हुआ है। इनके अलावा राजीव कुमार मिश्रा, निश्चल झारिया, रसना ठाकुर, मनोहर सिंह मंडलोई और सुनील तिवारी को ईयर अलॉट नहीं हुआ है।