नई दिल्ली, 26 नवंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर का जिक्र करने को लेकर भाजपा के निशाने पर आ गए। भाजपा नेता प्रेम शुक्ला ने मंगलवार को न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में चुनाव खत्म होते ही राहुल गांधी ने वीर सावरकर पर अभद्र टिप्पणी शुरू कर दी है।
उन्होंने कहा कि अडंमान की जिस जेल में वीर सावरकर को रखा गया था, अगर राहुल गांधी को एक सप्ताह के लिए रख दिया जाए तो फिर वो ब्रिटेन के नागरिक बन जाएंगे और भारत लौटकर नहीं आएंगे। राहुल गांधी को वीर सावरकर पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है। महाराष्ट्र चुनाव के बाद उनका तत्काल बोलना इस बात को सिद्ध करता है कि राज्य के प्रति उनके नफरत का भाव कितना है।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मंगलवार को नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में संविधान दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर का जिक्र किया था।
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी, फूले, शिवाजी की सोच संविधान की किताब में मिलेगी। मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि क्या इसमें वीर सावरकर की आवाज है। संविधान में कहीं लिखा है, हिंसा का प्रयोग करना चाहिए? इसमें कहीं लिखा है, क्या व्यक्ति को डराना, मारना चाहिए? क्या संविधान में लिखा है, झूठ का प्रयोग करके सरकार चलानी चाहिए? ये सत्य और अंहिसा की किताब है। ये हिंदुस्तान का सत्य है और ये अंहिसा का रास्ता दिखाता है।
भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने भी मंगलवार को राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए सोशल मीडिया एक्स प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”उन्होंने पूरे महाराष्ट्र चुनाव के दौरान एक बार भी वीर सावरकर का जिक्र नहीं किया और हार के तुरंत बाद जहर उगलना शुरू कर दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने इसकी भविष्यवाणी की थी। अपमान करने वाले को उसकी जगह दिखाने के लिए महाराष्ट्र के लोगों को श्रेय जाता है।”
वहीं, राहुल गांधी के वीर सावरकर का जिक्र करने के बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति को प्रचंड बहुमत मिलने के बाद पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा था।
पीएम मोदी ने कहा था कि कांग्रेस नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया था, उन्हें गालिया दी है, महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर को गाली देना बंद किया।