पटना, 28 सितंबर (आईएएनएस)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्यक्रम की उच्चस्तरीय समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिए।
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य में बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्य को समयबद्ध तरीके से पूर्ण करने के निर्देश देते हुए कहा कि इस दौरान भूमि धारकों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो, इसे सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि भूमि धारकों को डॉक्यूमेंट्स अपलोड करने के लिये अधिक समय दिया जाए, जिससे कार्यालयों में भीड़ नहीं हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि अंचल कार्यालयों में लंबित म्यूटेशन एवं परिमार्जन के मामलों का अभियान चलाकर तेजी से निपटाया जाए, जिससे भूमि धारकों को समुचित डॉक्यूमेंट्स मिल सके। सर्वे कार्य के लिए डॉक्यूमेंट्स का काम तथा म्यूटेशन, परिमार्जन एवं अभिलेखों के दुरूस्त करने का कार्य समानांतर तरीके से चलते रहना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सर्वेक्षण प्रक्रिया का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाय। साथ ही अंचल स्तर पर कर्मियों की प्रतिनियुक्ति भी की जाए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को उच्च स्तर पर सर्वेक्षण कार्य की निगरानी एवं समीक्षा करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भूमि विवाद राज्य में आपराधिक घटनाओं का मुख्य कारण है। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि भू सर्वेक्षण का कार्य पूर्ण कर भू अभिलेखों का अद्यतीकरण करायें और यह सुनिश्चित करें कि सारे भू अभिलेख डिजिटली भू धारकों को उपलब्ध हो सके। इस संबंध में लोगों को जानकारी देने के भी निर्देश दिए।
बैठक में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री दिलीप कुमार जायसवाल और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि बिहार में भूमि सर्वेक्षण का कार्य जारी है, जिसे लेकर अंचल कार्यालय में लोगों की भीड़ लग रही है।
–आईएएनएस
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