नालंदा, 19 नवंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 फरवरी 2019 को पीएम किसान सम्मान निधि योजना का शुभारंभ किया था। इस योजना का उद्देश्य किसानों की आर्थिक बदहाली को दूर करना था। समय के साथ इस योजना में लाभार्थियों की संख्या बढ़ती चली गई। वर्तमान समय में इस योजना के जरिए सालाना आधार पर किसानों को 6000 रुपए की आर्थिक सहायता तीन किस्तों में दी जाती है। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार आया है।
बिहार के नालंदा में इस योजना से किसानों को काफी लाभ हुआ है। इस योजना की वजह से किसानों की आय में न सिर्फ बढ़ोत्तरी हुई है। बल्कि, किसानों को मिलने वाली आर्थिक मदद से वह समय से खाद-बीज ले पाते हैं। जिसकी वजह से पैदावार प्रभावित नहीं होती।
एक स्थानीय किसान मनोज कुमार सिंह ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “किसान सम्मान निधि योजना से किसानों को बहुत फायदा हुआ है। मुझे यह सम्मान निधि हर 3 से 4 महीने के चक्र पर मिलती है। इससे हमें खेती-बाड़ी के लिए खाद व अन्य चीजों के लिए धन की कमी नहीं पड़ती। इससे हम लोग बहुत खुश हैं। इसके तहत हम लोगों को साल में 6000 रुपए मिलते हैं। इसके लिए हम पीएम मोदी का धन्यवाद करते हैं। यह भारत सरकार का बहुत ही सराहनीय कदम है। इससे हमें खेती में भी बहुत फायदा हो रहा है।”
एक अन्य किसान धर्मेंद्र नारायण सिंह बताते हैं, “इस योजना से हमें बहुत फायदा हुआ है। पीएम नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देना चाहूंगा, जिन्होंने ऐसी योजना शुरू की है। हमें खेती और गृहस्थी के लिए इससे काफी मदद मिलती है। खाद-बीज खरीदने में इससे आसानी होती है।”
उन्होंने आगे कहा कि इस योजना के तहत हर साल किसानों को 6,000 रुपये दिए जाते हैं, जो 2,000 रुपये की तीन किस्तों में प्राप्त होते हैं। किसानों का कहना है कि यह रकम भले ही छोटी लगे। लेकिन, खेती के लिए खाद-बीज और अन्य सामग्री खरीदने में यह बहुत सहायक होती है।