शशि थरूर के पीए को हवाई अड्डे में प्रवेश के लिए जारी परमिट जांच के दायरे में

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नई दिल्ली, 30 मई (आईएएनएस)। विदेश से सोने की तस्करी के मामले में कांग्रेस सांसद शशि थरूर के निजी सहायक (पीए) के पकड़े जाने के बाद अब कस्टम विभाग इस बात की जांच कर रहा है कि उन्हें हवाई अड्डे में प्रवेश के लिए एंट्री परमिट किन परिस्थितियों में जारी किया गया था।

तिरुवनंतपुरम सीट से लोकसभा सांसद के पीए शिवकुमार को कस्टम विभाग ने दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल-3 पर बुधवार को उस समय गिरफ्तार किया था जब उन्होंने विदेश से आये एक यात्री से 500 ग्राम की सोने की चेन ली थी।

कस्टम विभाग द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि बैंकॉक से उड़ान संख्या टीजी 323 से 29 मई को आये एक भारतीय नागरिक पर शक के आधार पर सोने की तस्करी का मामला दर्ज किया गया। आगे जांच में पता चला कि तस्करी में एक और व्यक्ति का हाथ है जो हवाई अड्डे पर उस यात्री से सोना लेने के लिए आया था। उस व्यक्ति के पास से 500 ग्राम की सोने की चेन बरामद की गई जो उसे बैंकॉक से आये यात्री ने अराइवल हॉल में दिया था।

बयान में कहा गया है, “जांच में पता चला कि उस व्यक्ति (सोना लेने वाले) के पास हवाई अड्डे में प्रवेश के लिए वैध एयरोड्रम एंट्री परमिट थी। इस बात की जांच की जा रही है कि उसे एक संसद सदस्य की प्रोटोकॉल टीम के सदस्य के रूप में एयरोड्रम एंट्री परमिट किन परिस्थितियों में जारी किया गया था।”

कस्टम विभाग ने बताया कि जब्त सोने की कीमत 35.22 लाख रुपये है। मामले में आगे जांच की जा रही है।

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा है कि आरोपी व्यक्ति पहले उनका स्टाफ था, जिसे अनुकंपा के आधार पर अब पार्ट-टाइम रखा गया है। उन्होंने कहा कि वह किसी भी गलत काम के खिलाफ हैं और जांच में पूरा सहयोग करेंगे।

एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा, “मैं चुनाव प्रचार के लिए धर्मशाला में हूं। मैं मेरी स्टाफ टीम के पूर्व सदस्य से जुड़ी घटना के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं, जो एयरपोर्ट पर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए सहायक के रूप में मेरे लिए पार्ट टाइम सेवाएं दे रहे हैं। वह 72 साल के सेवानिवृत्त व्यक्ति हैं जिनकी नियमित डायलिसिस होती है। उन्हें अनुकंपा के आधार पर पार्ट-टाइम रखा गया था। मैं किसी कथित गलत काम के लिए माफी नहीं दे रहा और अधिकारियों द्वारा मामले की जांच के सिलसिले में किसी भी जरूरी कार्रवाई के लिए उनके प्रयासों में पूरा समर्थन देता हूं। कानून को अपना काम करना चाहिए।”