चुनाव में मायावती ने नहीं द‍िया सेक्युलर शक्तियों का साथ : सपा सांसद मोहिबुल्लाह नदवी

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नई दिल्ली, 25 अगस्त (आईएएनएस)। बसपा प्रमुख मायावती द्वारा समाजवादी पार्टी और कांग्रेस को एससी-एसटी विरोधी बताए जाने पर उत्तर प्रदेश के रामपुर लोकसभा सीट से सपा सांसद मोहिबुल्लाह नदवी ने पलटवार किया है।

सांसद मोहिबुल्लाह नदवी ने कहा है कि दलितों, मुसलमानों और पिछड़े वर्ग के मसले बिलकुल एक जैसे हैं। इलेक्शन के दौरान मायावती जी को जो आवाज उठानी चाहिए थी और जिस तरह सेक्युलर शक्तियों के साथ आना चाहिए था, वो नहीं आयीं। उन्होंने इन सभी वर्ग को कमजोर करने का काम किया।

आरक्षण के मुद्दे पर मायावती के बयान पर उन्होंने कहा, आरक्षण संविधान के तहत मिला हुआ है। ऐसे में संविधान बचेगा, तो आरक्षण बचेगा। उनको समझना होगा कि संविधान के बचाव के लिए ही चुनाव लड़ा गया, चुनाव का सबसे बड़ा मुद्दा आरक्षण का ही था।

सपा सांसद ने आगे कहा, दलितों और मुस्लिमों के साथ जो अन्याय हो रहा है, उसे बचाने के लिए सब मिलकर प्रयास कर रहे हैं। राहुल गांधी और अखिलेश यादव और सबसे ज्यादा यूपी में अखिलेश यादव ने पीडीए बनाकर वंचित वर्गों को ऊपर उठाने का प्रयास किया है। मायावती को इसमें सहयोग करना चाहिए, अगर वो इंडिया गठबंधन का सहयोग करती हैं, तो दलितों, मुसलमानों और पिछड़े समाज के आरक्षण को बचाना और आसान हो जाएगा।

इसके अलावा मोहिबुल्लाह नदवी ने हाल ही में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा द्वारा अवैध घुसपैठियों के लेकर दिए बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, असम के मुख्यमंत्री क्या कर रहे हैं, असम में सरकार उनकी ही है। वो घुसपैठ करने से रोकें। देश के बॉर्डर को सुरक्षित रखना भाजपा सरकार की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।

उन्होंने कहा, कहीं चीन घुस रहा है, तो कहीं एलओसी पर गड़बड़ हो जाता है। बांग्लादेश, भूटान और नेपाल से ताल्लुकात बिगड़ जाते हैं। ऐसे में देश की सरहदों की रक्षा करना हम सबकी जिम्मेदारी है।

शरीर पर कहीं पर भी कांटा चुभेगा, तो दिल में दर्द होगा, अगर पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है, तो सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए। वहां पर हिंदुओं की रक्षा नहीं हो पा रही है या फिर सरकार नहीं कर पा रही है। बांग्लादेश में हिंदुओं काे वैसा ही हक है, जैसा भारत में मुसलमानों का।