भोपाल, 7 अक्टूबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 1,814 करोड़ रुपये की ड्रग्स मिलने पर कांग्रेस ने मोहन यादव सरकार पर निशाना साधा। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दावा कि मध्य प्रदेश नशे के कारोबारियों को संरक्षण देने में नंबर 1 बन गया है। कांग्रेस के आरोपों पर अब मध्य प्रदेश सरकार में डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा ने पलटवार किया है।
उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि बड़ी मात्रा में अवैध मादक पदार्थ को जब्त किया है। गुजरात एटीएस और एमपी पुलिस ने मिलकर इस रैकेट के खिलाफ काम किया है। मैं इस कार्रवाई के लिए दोनों टीमों की सराहना करता हूं।
डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा ने कहा, “कांग्रेस ने अवैध मादक पदार्थों के मामले में मुझ पर जो आरोप लगाए हैं, वह गलत है। मेरा किसी के साथ भी कोई संबंध नहीं है। कई लोग राजनीतिक क्षेत्र से जुड़े कार्यक्रम में आते हैं और हमारे साथ फोटो खिंचवाते हैं। इनमें से कई लोगों को तो हम जानते भी नहीं है। अगर किसी फोटो खिंचवाने वाले शख्स ने अपराध किया है तो कानून उसके खिलाफ कार्रवाई करेगा। मैं किसी का भी पक्ष नहीं ले रहा हूं, लेकिन इतना ही कहूंगा कि जो गुनाह करेगा उस पर कार्रवाई होगी।”
उन्होंने कहा, “पुलिस और एनसीबी की कार्रवाई पर सवाल उठाना सही नहीं है। मध्य प्रदेश पुलिस ने इस तरह की कार्रवाई में पूरी तरह से सहयोग किया है।”
पीएम मोदी को सत्ता में काबिज होने के 23 साल पूरे होने पर डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा ने उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा कि वह देश के प्रधानमंत्री के साथ-साथ विश्व के एक बड़े नेता हैं। उनके नेतृत्व में देश ने अभूतपूर्व प्रगति की है, इसमें शिक्षा और उद्योग जगत शामिल है। उन्हीं के नेतृत्व में भारत विश्व गुरु बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भोपाल में 1,814 करोड़ रुपये की ड्रग मिलने पर मोहन सरकार से सवाल पूछा। उन्होंने कहा कि रतलाम और इंदौर में नशे का बड़ा जखीरा पकड़ा गया है, जबकि भोपाल में मिली नशे की फैक्ट्री की जानकारी मध्य प्रदेश पुलिस को नहीं थी।
उन्होंने दावा करते हुए कहा, “लगातार ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं, जो यह दर्शाती हैं कि भाजपा के अंदर मुख्यमंत्री को अस्थिर करने का प्रयास हो रहा है। मंदसौर से गिरफ्तार किए गए आरोपी की उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा के साथ सैकड़ों फोटो और वीडियो हैं, जो इस गंभीर मामले की ओर इशारा करते हैं।”