नालंदा, 22 जून (आईएएनएस)। नीट पेपर लीक मामले में आए दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। इस पूरे मामले में मास्टरमाइंड के रूप में नालंदा का रहने वाला संजीव मुखिया और उसका पुत्र शिव कुमार का नाम सामने आया है। संजीव मुखिया और उसका पुत्र डॉक्टर शिव कुमार नालंदा जिले के नगरनौसा प्रखंड के भुतहाखार गांव के रहने वाले हैं।
नीट पेपर लीक से पहले 2016 में संजीव मुखिया का नाम बीएससी, सिपाही भर्ती समेत अन्य परीक्षाओं की पेपर लीक में भी आया था और वह जेल भी गया था। पंचायत के लोगों ने बताया कि पेपर लीक मामले में पिता और पुत्र का नाम आने के बाद इस पंचायत का नाम काफी बदनाम हुआ है। मुखिया के कार्यकाल के दौरान भी कई प्रकार की अनियमितता आ चुकी है।
शाहपुर गांव के ग्रामीण कहते हैं कि पहले भी संजीव मुखिया और उसके पुत्र डॉक्टर शिव का नाम पेपर लीक मामले में आ चुका है। गांव में सांसद मद से एक सड़क की ढलाई-निर्माण में भी धांधली हुई थी। इस धांधली में भी संजीव मुखिया का नाम सामने आया था।
ग्रामीणों ने बताया कि पैसे के बल पर संजीव मुखिया ने अपनी राजनीतिक पहचान बनाई। वह अपनी पत्नी ममता कुमारी को हरनौत विधानसभा से जेडीयू के खिलाफ लोक जनशक्ति पार्टी की टिकट पर चुनाव भी लड़वाया था। हालांकि, उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
बता दें, नीट परीक्षा की पेपर लीक मामले में सियासत तेज होती जा रही है। परीक्षा को फिर से कराने की मांग को लेकर छात्र सड़कों पर हैं। नीट के अभ्यर्थियों को मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस का भी साथ मिला है। हाल में ही अभ्यर्थियों ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से भी मुलाकात की थी।
नीट परीक्षा में गड़बड़ियों के आरोपों के बीच केंद्र सरकार ने एनटीए द्वारा आयोजित परीक्षाओं में पारदर्शिता लाने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पूर्व अध्यक्ष के. राधाकृष्णन की अध्यक्षता में शनिवार को एक समिति गठित की। यह समिति दो महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।