नई दिल्ली, 8 अप्रैल (आईएएनएस)। पंजाब में भाजपा नेता मनोरंजन कालिया के आवास पर हुए ग्रेनेड हमले को लेकर भाजपा प्रवक्ता तरुण चुघ ने इसे निंदनीय और दुखद करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह हमला पंजाब में सुरक्षा व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को उजागर करता है।
चुघ ने आरोप लगाया कि पिछले छह महीनों से पंजाब में कानून-व्यवस्था की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है, और राज्य सरकार इस पर कोई नियंत्रण नहीं रख पा रही है। पंजाब में 23 नवंबर 2024 से 7 मार्च 2025 तक कई पुलिस स्टेशनों पर ग्रेनेड हमले हो चुके हैं और अब भाजपा नेताओं को भी निशाना बनाया जा रहा है।
इससे पहले अमृतसर में भाजपा नेता पर गोली चलाई गई थी और अब भाजपा के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया के आवास पर ग्रेनेड हमला किया गया। यह हमला रात लगभग एक बजे हुआ। चुघ ने इसे पंजाब की कानून व्यवस्था पर आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की विफलता का संकेत माना।
उन्होंने कहा, “पंजाब में अब एक नई ‘इंडस्ट्री’ खड़ी हो गई है, जिसका नाम है रंगदारी, टारगेट किलिंग, गैंगवार, और आतंकी मॉडल। अब पुलिस और नेताओं पर हमले हो रहे हैं।”
चुघ ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद से पंजाब में कानून-व्यवस्था की स्थिति तेजी से बिगड़ी है और राज्य सरकार इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस के हाथ बंधे हुए हैं और आम आदमी पार्टी के नेताओं का पुलिस स्टेशनों और डीएसपी ऑफिसों पर पूरी तरह से नियंत्रण है, जिससे पुलिस का मनोबल गिर रहा है। उनके अनुसार, पंजाब सरकार की स्थिति अब “कुंभकरण की नींद” जैसी हो गई है और इसे जागने की जरूरत है।
चुघ ने कहा कि पंजाब में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्तियों का दो बार अपमान किया गया, और इन घटनाओं के बावजूद राज्य सरकार चुप है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और पुलिस अधिकारी इन घटनाओं को दबाने और छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “ये घटनाएं चेतावनी हैं, पंजाब सरकार को अब अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए कानून-व्यवस्था की स्थिति को ठीक करना होगा।”
चुघ ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली के नेताओं को पंजाब से जल्द ही बाहर होना चाहिए। उन्होंने कहा, “पंजाब की जनता अब पूछ रही है कि ये ‘आपदा’ कब जाएगी? पंजाब जल रहा है, और सरकार दिल्ली के नकारे नेताओं की सेवा में लगी है। यह स्थिति और नहीं सही जा सकती।” उन्होंने पंजाब पुलिस के काफिलों को दिल्ली के नेताओं की सेवा में तैनात करने के खिलाफ भी आवाज उठाई और कहा कि सरकार को पंजाब की सुरक्षा और कानून व्यवस्था की चिंता करनी चाहिए।
भाजपा प्रवक्ता ने अंत में कहा कि पंजाब में जो कुछ भी हो रहा है, उसे रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। उनका आरोप था कि पंजाब सरकार इस पर पूरी तरह से नकारा रवैया अपनाए हुए है, और समय आ गया है कि राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारी समझे और पंजाब में शांति और सुरक्षा बहाल करने के लिए काम करे।