ये सदन की परंपरा के खिलाफ, आप नेता प्रतिपक्ष हो, वेल में आने के लिए निर्देश देते हैं : ओम बिरला

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नई दिल्ली, 2 जुलाई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देने के लिए खड़े हुए तो विपक्ष ने हंगामा मचा दिया। शोर-शराबे के बीच स्पीकर ओम बिरला ने पहले तो विपक्षी नेताओं को शांत कराने की कोशिश की। फिर, जब वो नहीं माने तो गुस्से में नेता प्रतिपक्ष को हिदायत दी। बार-बार कहने के बावजूद भी विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी बंद नहीं की और वेल में चले आए।

स्पीकर ने सीधे नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “माननीय नेता प्रतिपक्ष आपको ये शोभा नहीं देता। आपको पर्याप्त समय और पर्याप्त अवसर दिया है, ये शोभा नहीं देता।”

हंगामे से बेहद नाराज स्पीकर बोले, “ऐसा तरीका ठीक नहीं, ये नहीं हो सकता। ये तरीका सही नहीं है और इस तरीके से सदन नहीं चल सकता। संसद के अंदर गरिमा बना कर रखें। आप गरिमा को तोड़ना चाहते हैं।”

लोकसभा अध्यक्ष ने विपक्ष को शांत कराने के इरादे से आगे कहा, “आप सदन के नेताओं को वेल में आने के निर्देश देते हैं, गलत तरीका है, आप नेता प्रतिपक्ष हैं, ये शोभा नहीं देता।”

इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “राष्ट्रपति ने विकसित भारत के संकल्प को विस्तार दिया है। राष्ट्रपति ने अहम विषय उठाए हैं। उन्होंने हम सबका और देश का मार्गदर्शन किया है। इसके लिए मैं राष्ट्रपति का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। कई सदस्यों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर विचार व्यक्त किए। मैं विशेषकर पहली बार जो हमारे बीच सांसद बनकर आए हैं, उन्होंने जो विचार रखे, उनका व्यवहार ऐसा था, जैसा किसी अनुभवी सांसद का होता है। पहली बार आने के बावजूद भी उन्होंने सदन की गरिमा बढ़ाई और अपने विचारों से इस डिबेट को मूल्यवान बनाया है।”