लखनऊ, 24 सितंबर (आईएएनएस)। सुल्तानपुर एनकाउंटर प्रकरण पर समाजवादी पार्टी के नेता एसटी हसन ने सोमवार को कहा कि हम हमेशा से ही एनकाउंटर के खिलाफ रहे हैं। हमारे देश में न्यायिक प्रक्रिया है जिसके अंतर्गत आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाती है।
सपा नेता ने कहा, “पुलिस और न्यायिक प्रणाली के अंतर्गत सबसे पहले आरोपी को पकड़ा जाता है। ट्रायल के बाद आरोपी को कोर्ट की ओर से सजा दी जाती है। लेकिन, अब यह शिकायत मिल रही है कि आरोपियों को घर से पकड़ कर उनका एनकाउंटर कर दिया जाता है। किसी के टांग में गोली मार दी जाती है, तो किसी के सिर पर, तो किसी के पेट पर।”
एसटी हसन ने कहा, “इस तरह के एनकाउंटर की जांच होनी चाहिए कि क्या वाकई में यह एनकाउंटर है, जिस तरह संविधान और अदालतों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, हम उसके सख्त खिलाफ हैं। मेरा सीधा सवाल है कि अगर अदालत और संविधान नहीं बचेगा, तो हमारा लोकतंत्र कैसे बचेगा?”
उन्होंने अखिलेश यादव का जिक्र कर कहा, “समाजवादी पार्टी हर मजलूम के साथ खड़ी है, जिसके साथ नाइंसाफी होगी, उसके साथ समाजवादी पार्टी खड़ी होगी। हमारे नेता अखिलेश जी उसके साथ खड़े हैं। हम यह नहीं देखते हैं कि कौन ठाकुर था, कौन मुसलमान था, तो कौन हिंदू था? हम इंसान देखते हैं और हमारा काम इंसानों की मदद करना है, लेकिन जब जाति देखकर एनकाउंटर किए जाते हैं, तो इस तरह के सवालों का उठना लाजिमी है।”
बता दें कि यूपी एसटीएफ ने सोमवार को सर्राफा व्यापारी की दुकान पर डकैती मामले में मंगेश यादव और अनुज प्रताप सिंह को एनकाउंटर में ढेर कर दिया। अनुज पर एक लाख रुपये का इनाम था। वह डकैती के बाद से फरार चल रहा था। पुलिस कई दिनों से उसकी तलाश में जुटी थी। एसटीएफ ने उन्नाव के अचलगंज में उसकी लोकेशन ट्रेस कर एनकाउंटर में ढेर कर दिया था।
अनुज प्रताप सिंह अमेठी का रहने वाला था। वह सुल्तानपुर डकैती कांड का सरगना बताया जा रहा है। उसे घटना के मुख्य आरोपी विपिन सिंह का सबसे करीबी गुर्गा बताया जाता है। विपिन भी अमेठी का रहने वाला है। विपिन ने पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया है। विपिन के साथ अनुज प्रताप सिंह गुजरात के डकैती कांड में भी शामिल था।
एनकाउंटर में ढेर हुए अनुज पर दो मुकदमे दर्ज थे। इसमें से एक मुकदमा सुल्तानपुर तो दूसरा गुजरात में दर्ज था। ज्वेलरी शॉप में सबसे पहले घुसने वाला अनुज ही था। अनुज ने ही शोरूम में बैठे दुकानदार भरत सोनी और उनके बेटे को पिस्तौल से धमकाया था।