करनाल, 18 अप्रैल (आईएएनएस)। हरियाणा के करनाल के गांव मानपुरा में 12 मार्च को एक महिला सुमित्रा की हत्या के मामले में असंध सीआईए टीम पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप सामने आए हैं। आरोप है कि हत्या के आरोपियों को बचाने के लिए पुलिसकर्मियों ने रिश्वत की मांग की थी। एसपी ने इस सिलसिले में त्वरित कार्रवाई करते हुए दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
बताया जा रहा है कि एफआईआर से आरोपियों का नाम हटाने के बदले में 37 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की गई थी। यह रिश्वत बिचौलिए के पास रखवाई गई थी।
घटना का खुलासा तब हुआ, जब आरोपी के किसी रिश्तेदार ने इस मामले की शिकायत पुलिस से की। शिकायत के बाद करनाल के एसपी ने मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए तुरंत कार्रवाई की और असंध सीआईए के प्रभारी इंस्पेक्टर मंदीप सिंह तथा एक अन्य पुलिसकर्मी ऋषिपाल को निलंबित कर दिया। इसके अलावा, मूनक थाने में भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
डीएसपी स्तर पर मामले की जांच चल रही है, जबकि हत्या के मामले में पुलिस अब तक नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। रिश्वत की मांग के आरोप से पुलिस विभाग की छवि को बड़ा धक्का लगा है। जांच के दौरान पुलिसकर्मियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत जुटाए जा रहे हैं और पूरे मामले की गहनता से पड़ताल की जा रही है।
रिश्वत की मांग करने वाले पुलिसकर्मियों का नाम सामने आने के बाद, करनाल पुलिस की छवि पर सवाल उठे हैं। मामले में जांच जारी है और पुलिस प्रशासन ने मामले को सख्ती से लिया है, ताकि भ्रष्टाचार को पूरी तरह से रोका जा सके।
उल्लेखनीय है कि विभिन्न जगहों से पुलिसकर्मियों द्वारा रिश्वत मांगने की खबर सामने आती रहती है और मामले में कार्रवाई भी होती है। यहां तक कि कई पुलिसकर्मियों को निलंबित भी कर दिया जाता है। बावजूद इसके, ऐसी घटनाएं रुक नहीं रही हैं।