कर्नाटक : प्रमोद मुतालिक की मांग, चेन्नम्मा-ईदगाह मैदान में गणेश उत्सव के लिए 11 दिन का समय दे प्रशासन

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हुबली, 7 अगस्त (आईएएनएस)। ‘श्री राम सेना’ के अध्यक्ष प्रमोद मुतालिक ने हुबली में विवादित रानी चेन्नम्मा-ईदगाह मैदान में गणेश उत्सव मनाने की प्रशासन से अनुमति मांगी। उन्होंने तीन के बजाय 11 दिन उत्सव मनाने के लिए प्रशासन से समय मांगा है।

‘श्री राम सेना’ के अध्यक्ष प्रमोद मुतालिक ने बताया कि इस बार गणेश उत्सव रानी चेन्नम्मा-ईदगाह मैदान में मनाने का निर्णय लिया गया। रानी चेन्नम्मा मैदान पर उत्सव मनाने के लिए प्रशासन से अनुमति मांगी गई है। वहीं इसके लिए तीन दिन के बजाय 11 दिन का समय दें।

उन्होंने आगे कहा, सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजन के लिए यह जरूरी है। ऐसे कई सारे कार्यक्रम समाज को फायदा पहुंचाते हैं। कमिश्नर से अनुरोध है कि मैदान पर 11 दिन के गणेश उत्सव मनाने की अनुमति दें।

अंजुमन इस्लाम संगठन की तरफ से इस पर आपत्ति जताए जाने पर उन्होंने कहा, हम हिंदुओं के इस त्योहार में शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण तरीके से जश्न मनाते रहे हैं।

पहले भी दो बार शांतिपूर्ण ढंग से इसको यहां पर मनाया गया। अगर इस पर रोक लगेगी, तो कभी भी इस मैदान पर नमाज अदा करने की अनुमति नहीं देनी चाहिए।

बता दें कि हुबली में ईदगाह विवाद 1971 में शुरू हुआ जब अंजुमन-ए-इस्लाम ने साइट पर एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बनाने की कोशिश की और कथित तौर पर 1921 के लीज समझौते का उल्लंघन करते हुए एक बिल्डिंग खड़ी कर दी।

समय के साथ इस विवाद ने राजनीतिक रंग ले लिया।

1992 में कांग्रेस के राज में परिसर पर तिरंगा फहराने की कोशिश की गई थी। हालांकि, तत्कालीन सत्तारूढ़ दल ने यह तर्क देते हुए कार्रवाई रोक दी कि “विवादित” भूमि पर झंडा नहीं फहराया जा सकता है।

आशंका जताई गई कि इस कार्रवाई से सांप्रदायिक तनाव फैल सकता है।

1994 में बीजेपी नेता उमा भारती ने कहा था कि स्वतंत्रता दिवस पर वह मैदान में भारतीय झंडा फहराएंगी।

हालांकि, सांप्रदायिक तनाव के डर से, कांग्रेस सरकार ने कर्फ्यू लगा दिया और उन्हें रोक दिया और कुछ अन्य लोगों को शहर में जबरदस्ती प्रवेश करने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया।

इस घटना में पुलिस फायरिंग में छह लोगों की मौत हो गई थी।