पटना, 24 सितंबर (आईएएनएस)। बिहार के लोगों को दो अक्टूबर को बापू टावर की सौगात मिलने वाली है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को गर्दनीबाग में निर्माणाधीन बापू टावर का निरीक्षण किया। बापू टावर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बारे में अहम जानकारियों को चित्रों और बड़े पर्दे पर दृश्यों के माध्यम से बताया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने बापू टावर के भूतल, तीसरा तल एवं पांचवें तल पर जाकर निर्माण कार्य की प्रगति का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने भूतल तल पर ही बनाए गए ओरियेंटेशन हॉल में टर्न टेबल थिएटर शो (रोटेटिंग पर्दे) का भी जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने बताया कि जो भी बापू टावर देखने आएंगे, वे ओरियेंटेशन टेशन हॉल हॉल में बैठकर बापू की जीवनी, उनके आदर्शों एवं कार्यों तथा बिहार की गौरव गाथा को देख सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान प्रेक्षागृह, प्रतीक्षा कक्ष, लाउंज, बापू के आदर्शों को आमजन में स्थापित करने के कार्यों के प्रदर्शन के लिए दीर्घा, अनुसंधान केंद्र, आगंतुक सुविधाओं एवं अन्य संरचनाओं की जानकारी ली। बताया गया कि बापू टावर का लोकार्पण दो अक्टूबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान कहा कि बापू टावर के लोकार्पण हो जाने पर बापू की जीवनी, उनके विचारों और उनके आदर्शों को नई पीढ़ी जान सकेगी। यहां बापू के जीवन से जुड़ी ऐतिहासिक घटनाएं, गांधी जी के विचार, स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका, बिहार से उनके लगाव तथा बापू के आदर्शों को बेहतर ढंग से रेखांकित कर प्रदर्शित किया जाएगा, जिससे आमजन यहां आकर उसे देख और समझ सके। इस परिसर को हरा-भरा और व्यवस्थित बनाया गया है। बापू टावर बहुत अच्छा बन गया हैं, यह लोगों के लिये दर्शनीय होगा।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि बापू टावर के आसपास के सड़कों का चौड़ीकरण कराएं, जिससे यहां पहुंचने वाले लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। साथ ही सड़क के किनारे वृक्षारोपण भी कराएं। भवन निर्माण विभाग द्वारा बापू की 150वीं जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर 2018 को सात एकड़ भूमि में इस भवन का शिलान्यास कराया गया।
बापू टावर के दो मुख्य भाग हैं आयताकार एवं शंकुकार। जी प्लस सिक्स आयताकार भवन में तीन प्रदर्श गैलरी, प्रेक्षागृह, अस्थायी प्रदर्शनी दीर्घा, कार्यालय कक्ष, प्रतीक्षालय, म्यूजियम शॉप एवं जलपान गृह है। 102 फीट ऊंचे शंकुकार भवन में लगातार क्रम में निर्मित 5 रैम्प हैं, जिस पर गांधी जी के जीवन से संबंधित सभी जानकारियां, म्यूरल, कटआउट, स्क्रीन प्रोजेक्टर आदि के माध्यम से प्रदर्शित की गई है।
मुख्यमंत्री ने टेक्नोलॉजी भवन, विश्वेश्वरैया भवन, विकास भवन के बाहरी साज-सज्जा एवं लाइटिंग कार्य को भी देखा और उसकी प्रशंसा की।