आर्टिकल-370 एक अवधि के लिए था, टेंपरेरी था : राजीव प्रताप रूडी

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पटना, 8 नवंबर (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर विधानसभा में आर्टिकल 370 को लेकर हुए हंगामे और भाजपा नेताओं के मार्शल आउट करने को लेकर भाजपा नेता राजीव प्रताप रूडी ने शुक्रवार को मीडिया से कहा कि एक ऐसा निर्णय जो शायद पूरा भारत अपने इतिहास में याद करेगा, वह धारा 370 को हटाया जाना है। यह तो कार्यकारी आदेश (एग्जीक्यूटिव ऑर्डर) से गया है। इसमें कोई संविधान संशोधन नहीं किया गया है। आर्टिकल 370 एक अवधि के लिए था, टेंपरेरी था, ऐसे में मैं समझता हूं कि आज जो कुछ भी आप कश्मीर के विकास का रूप देख रहे हैं और बड़ा कदम जो भारत की सरकार ने उठाया है। उससे निश्चित रूप से वहां के लोगों को लाभ मिला है।

उन्होंने आगे कहा कि राजनीतिक रूप से इस विषय को उठाना मैं समझता हूं उनकी राजनीतिक दिशा है, उनकी सोच है। मुझे नहीं लगता है कि 370 वहां कभी फिर से बहाल किया जा सकता है।

तेजस्वी यादव ने बिहार विधानसभा उपचुनाव के चारों सीटों पर जीत और झारखंड और महाराष्ट्र में महागठबंधन की जीत का दावा किया है, मीडिया के इस सवाल पर राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि वह हरियाणा भी गए थे, वहां भी जीत का दावा किया था। फिर जीत का दावा कर रहे हैं। तो, आप जान लीजिए की विपक्ष का काम ही है, जीत का दावा करना। हम जीत का दावा नहीं करते हैं। हम करके दिखाते हैं और भारतीय जनता पार्टी और एनडीए का चेहरा है, हम जो काम कहते हैं, वह कर दिखाते हैं। चाहे वह महाराष्ट्र में हो, झारखंड में हो, या बिहार के चार सीटों पर हो, हमारी जीत निश्चित है।

तेजस्वी के ‘नोटबंदी दिवस’ मनाने पर राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि इस बात की चिंता तो तेजस्वी यादव और उनके परिवार को रहती है। नोट से तो उनको प्यार था। बड़ा-बड़ा नोट मिलता था तो उनको आसानी होती थी। जो उनका केस मुकदमा चलता रहता है। तो, दुख तो होगा ही क्योंकि नोटबंदी के कारण कुछ लोगों के लिए दिक्कत हो गई है। उसका दिवस मना रहे हैं तो यह स्वाभाविक है और बड़ा नोट रखने में आसानी रहता भी था।

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा के दौरे पर तेजस्वी यादव द्वारा सवाल उठाने पर उन्होंने कहा कि नड्डा साहब हमारे बिहार से हैं, उनका बड़ा लगाव है और छठ के अवसर पर अगर कोई आता है या हमारे नेता आते हैं, भारतीय जनता पार्टी के नेता हैं, अगर कोई भी आता है तो दिक्कत क्या है? पहले भी हमारे नेता यहां आते रहे हैं। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने के तेजस्वी के सवाल पर उन्होंने कहा कि विशेष राज्य की परिभाषा क्या है, इस बारे में मैं उन नेताओं से पहले समझना चाहूंगा।