नई दिल्ली, 19 नवंबर (आईएएनएस)। महाराष्ट्र के नासिक से रेल रेक के जरिए 840 मीट्रिक टन प्याज दिल्ली के किशनगंज रेलवे स्टेशन पर पहुंची है। इसमें से दिल्ली-एनसीआर में 35 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से खुदरा बिक्री के लिए 500 मीट्रिक टन मदर डेयरी को, एनसीसीएफ को 190 मीट्रिक टन और नैफेड को 150 मीट्रिक टन प्याज आवंटित की गई है।
केंद्र सरकार का कहना है कि कीमतों में स्थिरता आने के बाद से दिल्ली में प्याज की यह चौथी खेप है। सरकार द्वारा भेजी गई, कांदा एक्सप्रेस से 1,600 मीट्रिक टन प्याज की पहली खेप 20 अक्टूबर को पंहुची, 840 मीट्रिक टन की दूसरी खेप 30 अक्टूबर को पहुंची और 730 मीट्रिक टन की तीसरी खेप 12 नवंबर को पहुंची थी। 720 मीट्रिक टन की एक और खेप सोमवार को नासिक से रवाना हो चुकी है। यह 21 नवंबर तक दिल्ली पहुंचेगी। यह इस श्रृंखला की पांचवीं खेप है।
थोक मात्रा में प्याज की इस आवक से दिल्ली में मंडी और खुदरा दोनों जगहों पर प्याज की कीमतों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है। केंद्र सरकार के मुताबिक दिल्ली के अलावा, हाल ही में चेन्नई और गुवाहाटी के लिए भी प्याज की बड़ी खेप भेजी गई है। 23 अक्टूबर को नासिक से रेल रेक के जरिए 840 मीट्रिक टन प्याज भेजी गई थी, जो 26 अक्टूबर को चेन्नई पहुंची। इस सप्ताह रेल रेक के जरिए असम के गुवाहाटी के लिए 840 मीट्रिक टन की एक और खेप भेजने की योजना है। गुवाहाटी के लिए थोक खेप भेजने से पूर्वोत्तर क्षेत्र में प्याज की उपलब्धता बढ़ेगी और क्षेत्र में प्याज की कीमतें स्थिर होंगी। इसके अलावा, लखनऊ में अमौसी के लिए रेल रेक के जरिए 840 मीट्रिक टन की एक और खेप अगले 2-3 दिनों में आने की उम्मीद है, जिसका लदान बुधवार से शुरू होगा।
सरकार ने त्योहारी सीजन और मंडियों के बंद होने के कारण पिछले 2-3 दिनों में कुछ बाजारों में प्याज की आपूर्ति में आई अस्थायी बाधा को दूर करने के लिए प्याज की आपूर्ति को बढ़ाने का निर्णय लिया है। उपभोक्ता मामले विभाग, एनसीसीएफ और नैफेड के अधिकारियों की एक टीम ने देश भर में प्याज की आपूर्ति में तेजी लाने के लिए हाल ही में नासिक का दौरा भी किया था।
नैफेड ने इस सप्ताह दिल्ली-एनसीआर के लिए दो और रेक तथा गुवाहाटी के लिए एक रेक मंगवाया है। इसके अलावा, सरकार ने पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, दिल्ली आदि की जरूरतों को पूरा करने के लिए सोनीपत के कोल्ड स्टोरेज में रखे प्याज को निकालने का भी निर्णय लिया है। साथ ही, कर्नाटक, महाराष्ट्र, असम आदि में प्याज की आपूर्ति बढ़ाने के लिए आरजेवीएम, सीडब्ल्यूसी कोल्ड स्टोरेज नासिक से भी प्याज भेजने का निर्णय लिया है।