नोएडा, 25 मार्च (आईएएनएस)। कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर के निर्देशन में 24 मार्च को थाना फेस-2 पुलिस द्वारा जब्त किए गए वाहनों की नीलामी संपन्न कराई गई। इस प्रक्रिया का संचालन डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी एवं एडीसीपी सेंट्रल नोएडा के पर्यवेक्षण में किया गया।
नीलामी को न्यायालय के आदेशानुसार संपन्न किया गया। इसमें सिविल जज (सीडी)/एफटीसी/अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, गौतमबुद्धनगर के निर्देशों के तहत एक टीम गठित की गई। इस टीम में सहायक पुलिस आयुक्त प्रथम, एआरटीओ (परिवहन विभाग) तथा थाना फेस-2 के प्रभारी निरीक्षक की उपस्थिति सुनिश्चित की गई।
इस नीलामी के अंतर्गत कुल 95 वाहन शामिल थे, जिनमें 83 वाहन मोटर व्हीकल (एमवी) एक्ट के तहत जब्त किए गए थे, जबकि 12 वाहन लावारिस की श्रेणी में थे। इन वाहनों का कुल मूल्यांकन 3,42,490 रुपये किया गया था, लेकिन नीलामी के दौरान इनका विक्रय मूल्य 11,67,000 रुपये तक पहुंच गया।
गौतमबुद्धनगर पुलिस द्वारा इस नीलामी को पारदर्शी तरीके से अंजाम दिया गया, जिससे जब्त वाहनों का उचित निस्तारण किया जा सका। यह नीलामी प्रशासनिक आदेशों और नियमों का पालन करते हुए संपन्न कराई गई। नीलामी से प्राप्त इस राशि को सरकारी खजाने में जमा किया जाएगा।
पुलिस प्रशासन ने बताया कि इस प्रकार की नीलामी से जब्त किए गए वाहनों के निष्पादन में तेजी आती है और सरकारी राजस्व में भी वृद्धि होती है। गौतमबुद्धनगर पुलिस का यह कदम न केवल प्रशासनिक प्रक्रिया को सुदृढ़ करता है, बल्कि इससे जब्त वाहनों के उचित निस्तारण में भी मदद मिलती है। पुलिस विभाग भविष्य में भी ऐसी पारदर्शी नीलामी प्रक्रिया को अपनाकर जब्त संपत्तियों का उचित उपयोग सुनिश्चित करेगा।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक अन्य स्थानों में भी इस तरीके से खड़ी लावारिस और जब्त की गई गाड़ियां, जिनको कई साल हो गए हैं, उनके भी नीलामी प्रक्रिया में तेजी लाई जाएगी।