नई दिल्ली, 14 जनवरी (आईएएनएस)। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने मुठभेड़ के बाद काला जठेड़ी-राजू बसोदी गिरोह के एक बदमाश को गिरफ्तार किया है। वह राजस्थान में दर्ज हत्या के एक मामले में वांछित था।
एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि आरोपी की पहचान हरियाणा में रोहतक जिले के निवासी विक्की उर्फ कारतूश (29) के रूप में हुई है। विक्की हत्या, जबरन वसूली आदि सहित कई जघन्य मामलों में वांछित था।
अपराध शाखा के विशेष पुलिस आयुक्त रविंद्र सिंह यादव ने कहा कि विशेष सूचना मिली थी कि वांछित अपराधी विक्की जघन्य अपराध करने के लिए छावला ड्रेन के रास्ते द्वारका जाएगा। यह भी देखा गया कि विक्की हमेशा हथियार रखता है और पुलिस टीमों पर हमला करने या गोली चलाने से नहीं हिचकिचाता था।
अधिकारी ने कहा कि टीम ने खुद को दिल्ली के छावला ड्रेन रोड के पास तैनात किया और चेकिंग शुरू कर दी। टीम ने रविवार को लगभग 2:45 बजे छावला ड्रेन रोड से आ रही एक बाइक को रोकने का इशारा किया। हालंकि, भागने की कोशिश में बाइक सवार ने नियंत्रण खो दिया और बाइक एक मोड़ पर फिसलकर गिर गई।
आत्मसमर्पण करने के आदेश के बावजूद आरोपी ने पुलिस टीम पर चार राउंड फायरिंग की। आत्मरक्षा में, पुलिस टीम ने जवाबी कार्रवाई की। पुलिस ने आरोपी को उसके अवैध हथियारों और गोला-बारूद के साथ पकड़ लिया।
विशेष पुलिस आयुक्त रविंद्र सिंह यादव ने आगे कहा कि पूछताछ के दौरान, विक्की ने खुलासा किया कि 2018 में वह हरियाणा के सोनीपत में एक हत्या के मामले में जमानत पर रिहा हुआ था। इसके बाद फाइनेंसर के रूप में काम करना शुरू कर दिया।
उसका अपने गांव के ही कुछ लोगों से झगड़ा था, जिन्होंने उसके बचपन के दोस्त की हत्या कर दी थी।
साल 2022 में वह अनिल छिप्पी-काला जठेड़ी-राजू बसोदी गिरोह में शामिल हो गया था। उसे अनुबंध के आधार पर दिल्ली/एनसीआर क्षेत्र में जबरन वसूली गतिविधियों के अलावा शूटर उपलब्ध कराने का काम सौंपा गया था।
यह भी पता चला कि विक्की ने प्रॉपर्टी डीलरों से पैसे वसूलने के लिए दो शूटर कार्तिक और प्रदीप को काम पर रखा था।
7 नवंबर 2023 को उनके निर्देशों का पालन करते हुए, कार्तिक और प्रदीप ने दिनेश कराला के निर्देश पर दिल्ली के उत्तम नगर के ओम विहार इलाके में एक प्रॉपर्टी डीलर पर गोली चला दी, और कार्यालय में हाथ से लिखा एक पत्र छोड़ दिया।
पत्र में प्रॉपर्टी डीलर से दो करोड़ रुपये की मांग की गई थी। मांग पूरी न होने पर हिंसा की धमकी दी थी। शूटरों ने भागते समय हवा में गोलियां चलाईं, जिससे समुदाय में डर और दहशत फैल गई थी।
कार्तिक और प्रदीप को पहले भी अपराध शाखा ने दो अत्याधुनिक पिस्तौल और दो कारतूस के साथ गिरफ्तार किया था।
स्पेशल सीपी ने कहा, “इस मामले में, विक्की ने प्रॉपर्टी डीलर से पैसे वसूलने के लिए ये हथियार मुहैया कराए थे और क्राइम ब्रांच सक्रिय रूप से उसकी तलाश कर रही थी।”
–आईएएनएस
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