कोलकाता, 26 फरवरी (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल पुलिस ने संदेशखाली हिंसा मामले में संलिप्त टीएमसी नेता अजीत मैति को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया।
हालांकि, मैति को रविवार को ही हिरासत में ले लिया गया था, लेकिन पुलिस ने उसे स्थानीय महिलाओं के आक्रोश से बचाने के लिए सुरक्षित रखा था।
दरअसल, उस पर स्थानीय लोगों ने जबरन जमीन हथियाने का आरोप लगाया था। इस आरोप को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने उससे पूरी रात पूछताछ की।
अब उसे सोमवार को जिला अदालत में पेश किया जाएगा, जहां पुलिस उसकी हिरासत की मांग कर सकती है।
बता दें कि मैति तृणमूल काँग्रेस का तीसरा नेता है, जिसे पुलिस ने जमीन हथियाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। उस पर आरोप है कि उसने कृषि भूमि को जबरन हथियाने का प्रयास किया। इसके अलावा उस पर भूमि को मछलीपालन फार्मों में अवैध रूपांतरित करने और महिलाओं के साथ यौन दूराचार करने का भी आरोप लगा है।
इससे पहले पुलिस ने तृणमूल के दो नेताओं को भी गिरफ्तार किया था, जिसमें उत्तम सरदार और शिबू हाजरा का नाम शामिल है।
मैति को बड़े ही नाटकीय तरीके से पुलिस ने हिरासत मेंं लिया। दरअसल, उसने खुद को स्थानीय महिलाओं के आक्रोश से बचाने के लिए कमरे में बंद कर लिया था। यही नहीं, आक्रोशित महिलाएं उसके घर के बाहर एकत्रित हो गई थीं, लेकिन मौके पर पहुंची पुलिस ने ना सिर्फ मैति को उनसे बचाया, बल्कि उसे हिरासत मेें भी ले लिया।
इस बीच पुलिस ने आक्रोशित महिलाओं को मनाने के लिए सभी प्रयास किए, लेकिन महिलाएं नहीं मानीं और मैति के घर के बाहर डटी रहीं।
आखिरकार जब लोग थोड़ा शांत हुए, तो पुलिस ने हस्तक्षेप करते हुए उसे हिरासत में ले लिया।
पुलिस ने मैति को घर से बाहर आने के लिए राजी कर लिया, जिसके बाद उसे हिरासत में ले लिया गया।