भिवंडी, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)। महाराष्ट्र के भिवंडी शहर में एक बच्ची के रेप और हत्या मामले में फरार चल रहे आरोपी ने निजामपुरा पुलिस स्टेशन क्षेत्र में 7 साल की बच्ची की रेप के बाद हत्या कर दी। 4 अगस्त को भिवंडी कोर्ट से फरार हुए आरोपी सलामत अली अंसारी को पुलिस ने दूसरी वारदात के बाद गिरफ्तार कर लिया। कोर्ट ने आरोपी को 8 अक्टूबर तक रिमांड पर भेज दिया है।
बच्ची के माता-पिता दूसरे राज्य से डेढ़ साल पहले भिवंडी आए थे, जहां मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण कर रहे थे। उनके चार बच्चे हैं- दो बेटियां (8 और 7 साल) और दो बेटे (5 और 3 साल के)। बड़ी बेटी को दादा-दादी के पास बिहार छोड़कर दंपति छोटी बेटी और दो बेटों को लेकर डेढ़ साल से निजामपुरा में किराए की खोली में रह रहा था। चार दिन पहले ही आरोपी सलामत अली ने उनके पास ही में एक खोली किराए पर ली।
भिवंडी शहर पुलिस स्टेशन इलाके में 6 साल की बच्ची की रेप कर हत्या कर दी गई थी। शव को बाल्टी में छिपाकर वह कमरा बंद कर आरोपी फरार हो गया था। 20 सितंबर 2023 को पुलिस ने सलामत अली को बिहार से गिरफ्तार कर लिया था।
ठाणे जेल में बंद सलामत को 4 अगस्त 2025 को सुनवाई के लिए कोर्ट लाया गया, लेकिन पुलिसकर्मियों को चकमा देकर वह फरार हो गया। सहायक पुलिस आयुक्त सचिन सांगले ने इसकी पुष्टि की थी।
सूत्रों के अनुसार, फरार होने के बाद सलामत अपने गांव पहुंचा, लेकिन लोगों ने उसे भगा दिया। उसके बाद आरोपी सलामत कुछ दिनों तक भिवंडी के पहाड़ी इलाकों में छिपा रहा।
इस दौरान उसकी नजर पास की खोली में रहने वाली 7 साल की बच्ची पर पड़ गई। 1 अक्टूबर को दोपहर करीब 3 बजे बच्ची शौच के लिए निकली। आरोपी ने चिप्स-वेफर्स का लालच देकर उसे अपनी खोली में बुलाया और क्रूरता की सारी हदें पार कर दी। रेप करने के बाद सलामत ने गला दबाकर उसे मार डाला और शव को बोरे में भरकर और खोली में ताला लगाकर फरार हो गया।
दोपहर 3 बजे से बच्ची के माता-पिता उसे तलाश रहे थे। शाम 6 बजे पड़ोसियों ने आरोपी की खोली का ताला बंद देखा। खिड़की से झांका तो बच्ची का शौच का मग अंदर दिखा।
संदेह हुआ तो ताला तोड़कर अंदर घुसे। बोरे में लिपटा बच्ची का शव देख सबकी रूह कांप गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने माता-पिता से आरोपी का ब्योरा लिया और फिर फरार आरोपी सलामत की फोटो दिखाई, जिसे पीड़ित माता-पिता ने तुरंत पहचान लिया।
रात होते ही सैकड़ों पुलिसकर्मी आरोपी की तलाश में सड़कों पर उतर आए। निजामपुरा थाने की टीम ने इलाके की घेराबंदी की और रातोंरात सलामत को दबोच लिया। बच्ची की मां का दर्द बयां नहीं हो रहा। वह रो-रोकर कहती हैं, “मेरी बच्ची तो चली गई, लेकिन ऐसे राक्षस को सजा मिलनी चाहिए।”