लोहरदगा, 9 अक्टूबर (आईएएनएस)। झारखंड के लोहरदगा जिले में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी गई।
घटना पेशरार थाना क्षेत्र के केकरांग बरटोली गांव की है। मृतकों की पहचान लक्ष्मण नगेसिया (47), उनकी पत्नी बिफनी नगेसिया (45) और नौ वर्षीय बेटे रामविलास नगेसिया के रूप में की गई है। वारदात बुधवार की आधी रात की बताई जा रही है, लेकिन इसकी जानकारी गांव के लोगों को गुरुवार को काफी देर से हुई।
पुलिस के अनुसार, हत्यारों ने कुदाल और कुल्हाड़ी से तीनों की गला रेतकर हत्या की और इसके बाद घर का दरवाजा बाहर से बंद कर फरार हो गए। गुरुवार को जब काफी देर तक घर का दरवाजा नहीं खुला, तो ग्रामीणों को शक हुआ। सूचना मिलते ही किस्को के आईपीएस अधिकारी और एसडीपीओ वेदांत शंकर के साथ थाना प्रभारी वीरेंद्र कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। घटना के समय घर में चार लोग मौजूद थे।
परिवार में एकमात्र जीवित बची महिला सुखमनिया नगेसिया ने पुलिस को बताया कि गांव के कुछ लोग उनके परिवार पर डायन-जादू टोना का आरोप लगाकर लगातार प्रताड़ित कर रहे थे। उन्होंने कहा, “गांव में पहले भी इस मुद्दे पर पंचायत बुलाई गई थी। बुधवार की रात मेरे सास, ससुर और देवर सोए हुए थे, तभी कुछ लोगों ने कुल्हाड़ी से हमला कर उनकी हत्या कर दी। मुझे कमरे में बाहर से बंद कर दिया गया था।”
एसडीपीओ वेदांत शंकर ने कहा कि हत्या की वजह का अभी स्पष्ट खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन हर पहलू से जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमों को लगाया गया है और जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, घटना के पीछे अंधविश्वास और डायन-बिसाही की धारणा को प्रमुख कारण माना जा रहा है। हालांकि पुलिस ने कहा कि अभी तक किसी भी पहलू को खारिज नहीं किया गया है। इस सनसनीखेज वारदात से केकरांग और आसपास के इलाकों में दहशत और आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों ने हत्यारों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है।