भोपाल, 24 मार्च (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में कांग्रेस लोकसभा की छह सीटों पर उम्मीदवार तय नहीं कर पा रही है। अब तक पार्टी 22 सीटों के लिए ही उम्मीदवारों के नाम का फैसला कर पाई है। राज्य में लोकसभा की कुल 29 सीटें हैं, इनमें से एक सीट खजुराहो समाजवादी पार्टी के खाते में गई है, जबकि 28 सीटों पर कांग्रेस को उम्मीदवार तय करने हैं।
पार्टी की ओर से दो सूची जारी की गई हैं। पहली सूची में 10 उम्मीदवारों के नाम थे, वहीं दूसरी सूची में 12 उम्मीदवारों के। इस तरह 22 संसदीय क्षेत्र के लिए पार्टी उम्मीदवार तय कर चुकी है। अब छह सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम का फैसला होना है।
कांग्रेस से जुड़े सूत्रों की मानें तो पार्टी गुना संसदीय सीट पर भाजपा के उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को घेरना चाहती है। इसलिए पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव को मैदान में उतारने की कवायद चल रही है। वहीं पार्टी के राज्य के कुछ बड़े नेता सिंधिया के खिलाफ किसी बड़े चेहरे को मौका देने के पक्ष में नहीं है।
इसकी वजह बताई जा रही है कि इन नेताओं को इस बात की आशंका है कि अगर अरुण यादव जैसे युवा और पहचान वाले नेता को मैदान में उतारा गया तो हारने के बावजूद उसकी राजनीतिक हैसियत बढ़ जाएगी।
इसी तरह पार्टी में ग्वालियर, मुरैना, दमोह, खंडवा और विदिशा को लेकर पेंच फंसा हुआ है। पार्टी के कुछ नेता अपनी मर्जी के उम्मीदवार इन सीटों पर उतारना चाह रहे हैं, वहीं स्थानीय स्तर से इन नेताओं के खिलाफ ही आवाज उठाने लगी है।
कुछ नेताओं ने तो यहां तक धमकी दी है कि अगर राज्य और राष्ट्रीय स्तर के बड़े नेताओं की मर्जी से उम्मीदवार थोपे गए तो वह पार्टी तक छोड़ देंगे।