महिला पर्यटक उत्पीड़न मामला, आरोपी टैक्सी चालकों का लाइसेंस होगा रद्द

0
8

तिरुवनंतपुरम, 4 नवंबर (आईएएनएस)। मुन्नार घुमने आईं मुंबई की असिस्टेंट प्रोफेसर को परेशान करने वाले तीनों टैक्सी ड्राइवरों के खिलाफ केरल सरकार ने सख्त रवैया अपनाया है। तत्काल प्रभाव से तीनों आरोपियों के लाइसेंस को रद्द किया जा रहा है।

पीड़ित महिला जान्हवी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें मुन्नार में जैसा उनके साथ व्यवहार किया गया इसका पूरा ब्योरा था। इस पोस्ट को देख लोगों ने केरल सरकार और टूरिस्ट सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठाए। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई और आरोपियों को हिरासत में लिया। अब परिवहन मंत्री केबी गणेश ने तत्काल प्रभाव से लाइसेंस रद्द करने की घोषणा की है।

मंत्री ने कहा, “बिना किसी देरी के तत्काल प्रभाव से इस मामले में शामिल चालकों के लाइसेंस रद्द किए जाएंगे। प्रगतिशील प्रदेश में ऐसी गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”

उन्होंने दावा किया कि सरकार कानून का सम्मान करने वाले कामगारों के साथ है, जिनमें ऑनलाइन कैब चलाने वाले भी शामिल हैं, लेकिन जो कानून के खिलाफ काम करेंगे या अनर्गल गतिविधियों में लिप्त होंगे, उनके विरुद्ध कड़े कदम भी उठाए जाएंगे।

मंत्री ने आगे कहा, “केरल या भारत में कहीं भी उबर पर कोई प्रतिबंध नहीं है। मुन्नार का मामला आजीविका के लिए प्रयास का नहीं बल्कि कानून को तोड़ने का है।”

दरअसल, मुन्नार पहुंचा एक ग्रुप जो ऑनलाइन टैक्सी बुक कर कोच्चि और अलाप्पुझा होते हुए आया था, उसे टैक्सी यूनियन के लोकल ड्राइवरों ने काफी परेशान किया। उन्हें रोका और कहा कि मुन्नार में ऑनलाइन कैब की इजाजत नहीं है।

जब जान्हवी ने इसकी शिकायत पुलिस में करनी चाही तो उसे सुना नहीं गया। कथित तौर पर जब उन्होंने पुलिस से मदद मांगी, तो समझाने के बजाए उन्हीं का साथ देती नजर आई।

इस पूरे घटनाक्रम से दुखी जान्हवी की पोस्ट वायरल होते ही केरल में भूचाल सा आ गया। उनकी पोस्ट वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई। पर्यटन मंत्री पी.ए. मोहम्मद रियास ने दखल दिया, जिसके बाद तुरंत विभागीय कार्रवाई हुई।

दो पुलिस अधिकारियों – ग्रेड सब-इंस्पेक्टर जॉर्ज कुरियन और असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर साजू पॉलोज को सस्पेंड कर दिया गया।

तीन टैक्सी ड्राइवरों, पी. विजयकुमार (40), के. विनायकन और ए. अनीश कुमार (40) को पर्यटकों को गलत तरीके से रोकने और आपराधिक धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। हालांकि बाद में उन्हें स्टेशन बेल पर रिहा कर दिया गया।

वहीं, परिवहन विभाग ने मंत्री के निर्देश पर ड्राइवरों के लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। गणेश कुमार ने चेतावनी दी कि भविष्य में अगर ऐसी कोई घटना होती है तो नतीजे गंभीर होंगे। उन्होंने कहा, “किसी को भी केरल की छवि खराब करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।”