ऐतिहासिक फिल्मों के जादूगर एसएस राजामौली और एमएम कीरावनी, पौराणिक कहानियों से छोड़ी छाप

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मुंबई, 16 नवंबर (आईएएनएस)। सिनेमा की दुनिया में कुछ नाम ऐसे हैं, जो अपनी फिल्मों के जरिए सीधे दर्शकों के दिलों पर छाप छोड़ते हैं। एसएस राजामौली और एमएम कीरावनी का नाम भी उन्हीं हस्तियों में शामिल है। शनिवार को राजामौली ने अपनी मोस्ट अवेटेड फिल्म का टाइटल लॉन्च किया, जिसका नाम ‘वाराणसी टू द वर्ल्ड’ है।

यह फिल्म ऐतिहासिकता और पौराणिकता से प्रेरित लग रही है, और ऐसा लग रहा है कि राजामौली फिर से दर्शकों को एक बड़े और भव्य सफर पर ले जाने वाले हैं। खास बात ये है कि इस फिल्म का संगीत एमएम कीरावनी देंगे, जिनकी धुनें हमेशा से दर्शकों के दिलों को छूती हैं।

यह पहली बार नहीं है जब राजामौली और एमएम कीरावनी दर्शकों के लिए ऐतिहासिक फिल्में लाने वाले हैं। इससे पहले भी वह कई ऐतिहासिक फिल्मों को पर्दे पर उतार चुके हैं।

‘बाहुबली: द बिगिनिंग’ और ‘बाहुबली 2: द कॉन्क्लूजन’ जैसी ऐतिहासिक फिल्मों ने भारतीय सिनेमा का नक्शा ही बदल दिया था। महिष्मती साम्राज्य की कहानी, युद्ध के दृश्य, शानदार लोकेशन्स और नायाब विजुअल इफेक्ट्स ने दर्शकों को पूरी तरह कुर्सी से बांधे रखा।

‘बाहुबली’ सिर्फ एक एक्शन फिल्म नहीं थी, बल्कि एक महाकाव्य था, जिसमें राजवंश, राजनीति, युद्ध और नायक की वीरता की कहानी बड़े पैमाने पर दिखाई गई और एमएम कीरावनी के संगीत ने हर सीन में जान डाल दी थी। इन फिल्मों ने साफ कर दिया कि ऐतिहासिक और पौराणिक विषय पर आधारित फिल्में भी दर्शकों को खींच सकती हैं।

‘आरआरआर’ स्वतंत्रता संग्राम के दो महान क्रांतिकारियों, अल्लूरी सीताराम राजू और कोमाराम भीम की कहानी पर आधारित थी। फिल्म ने न केवल युद्ध और एक्शन के स्तर को नए मुकाम पर पहुंचाया, बल्कि दोस्ती, देशभक्ति और बलिदान की भावनाओं को भी बड़े पैमाने पर पेश किया। राम चरण और जूनियर एनटीआर की जोड़ी ने स्क्रीन पर जबरदस्त प्रदर्शन किया, जबकि कीरावनी का बैकग्राउंड स्कोर हर सीन को और मजबूत बनाता रहा। इस फिल्म के ‘नाटू-नाटू’ गाने को बेस्ट ऑरिजनल सॉन्ग की कैटेगिरी में ऑस्कर अवॉर्ड मिला था।

अब फैंस की नजरें ‘वाराणसी टू द वर्ल्ड’ पर हैं। टीजर और फर्स्ट लुक ने दर्शकों को काफी उत्साहित कर दिया है। महेश बाबू का त्रिशूल लिए नंदी पर बैठा लुक, जंगल, जानवर और रहस्यमयी गुफा के सीन्स, सब मिल कर दर्शकों के मन में रोमांच पैदा कर रहे हैं।

प्रियंका चोपड़ा की मौजूदगी और पृथ्वीराज सुकुमारन का विलेन अवतार फिल्म को दिलचस्प बनाते हैं। इस फिल्म के जरिए राजामौली फिर से दर्शकों को पारंपरिक ऐतिहासिक दुनिया में ले जाना चाहते हैं।