हैदराबाद, 2 दिसंबर (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय के हैदराबाद क्षेत्रीय कार्यालय ने एक जब्त विमान को एमएसटीसी लिमिटेड के माध्यम से नीलामी के लिए रखा है। इसकी जानकारी ईडी की तरफ से दी गई है।
विमान (हॉकर 800A; पंजीकरण संख्या एन935एच) को एमएसटीसी लिमिटेड के माध्यम से नीलामी के लिए रखा गया है।
ईडी ने बताया कि जब्त विमान इस वक्त बेगमपेट हवाई अड्डे, हैदराबाद में खड़ा है और 7 दिसंबर तक निरीक्षण के लिए उपलब्ध है। एमएसटीसी के माध्यम से नीलामी 9 दिसंबर को होगी। विमान की बिक्री से प्राप्त आय का उपयोग घोटाले के पीड़ितों को मुआवजा देने के उद्देश्य से किया जाएगा।
ईडी के अधिकारियों ने दर्ज एफआईआर के आधार पर फाल्कन ग्रुप (कैपिटल प्रोटेक्शन फोर्स प्राइवेट लिमिटेड), इसके सीएमडी अमरदीप कुमार और अन्य के खिलाफ फर्जी इनवॉइस डिस्काउंटिंग स्कीम में निवेशकों से धोखाधड़ी करने के आरोप में जांच शुरू की।
ईडी की जांच से पता चला कि अमरदीप कुमार ने ‘फाल्कन इनवॉइस डिस्काउंटिंग’ के नाम और शैली के तहत एक इनवॉइस डिस्काउंटिंग स्कीम शुरू की और भोले-भाले निवेशकों से उनकी मेहनत की कमाई के 792 करोड़ रुपए ठगे।
जांच के दौरान यह पता चला कि अमरदीप कुमार एफआईआर दर्ज होने से पहले उसी विमान से देश छोड़कर भाग गया था और फिलहाल विदेश में है। मामले में 18.63 करोड़ रुपए का आरोप लगाया गया और तीन आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया, जिनमें अमरदीप कुमार का भाई संदीप कुमार, चार्टर्ड अकाउंटेंट शरद चंद्र तोषनीवाल और कैपिटल प्रोटेक्शन फोर्स प्राइवेट लिमिटेड के सीओओ आर्यन सिंह छाबड़ा शामिल हैं।
ईडी द्वारा विशेष पीएमएलए कोर्ट, रंगारेड्डी के समक्ष 29 सितंबर को अभियोजन शिकायत भी दायर की गई। ईडी की जांच में पता चला कि विमान अमरदीप कुमार ने 2024 में 1.6 मिलियन अमेरिकी डॉलर में खरीदा था। विमान की जब्ती के बाद, ईडी ने एलडी एडजुडिकेटिंग अथॉरिटी, पीएमएलए के समक्ष मूल आवेदन दायर किया और 18 अगस्त के आदेश के अनुसार इसकी पुष्टि की गई।
पीएमएलए रूल्स के तहत एडजुडिकेटिंग अथॉरिटी ने ईडी को जब्त किए गए एयरक्राफ्ट को बेचने की इजाजत दी है। इस रूल के मुताबिक, अगर अटैच की गई प्रॉपर्टी तेजी से और नैचुरली खराब होने वाली है या उसके मेंटेनेंस का खर्च उसकी कीमत से ज्यादा होने की संभावना है तो उसे बेचा जा सकता है।
एडजुडिकेटिंग अथॉरिटी पीएमएलए ने 20 नवंबर के ऑर्डर के जरिए ईडी के हैदराबाद जोनल ऑफिस को जब्त किए गए एयरक्राफ्ट को नीलाम करने की इजाजत दी।

