रांची, 10 मई (आईएएनएस)। रांची जमीन घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कोलकाता के रजिस्ट्रार ऑफ एश्योरेंस के दो कर्मी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार लोगों में हजारीबाग के मुंशी डीड राइटर मो. इरशाद, कोलकाता के रजिस्ट्रार ऑफ एश्योरेंस के कर्मी तापस घोष और संजीत कुमार शामिल हैं।
इन तीनों पर रांची में सेना के कब्जे वाली जमीन सहित कई भू-खंडों के फर्जी डीड तैयार करने के आरोप हैं। जांच में सामने आया कि झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी जिस जमीन को अवैध तरीके से हासिल करने के आरोप में हुई है, उसका भी फर्जी डीड इन लोगों ने मिलकर तैयार किया था।
ईडी की टीम तीनों आरोपियों को गुरुवार देर रात गिरफ्तार कर रांची लाई। तीनों को शुक्रवार को ईडी की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा। जहां ईडी अदालत से तीनों को तीन रिमांड पर लेकर पूछताछ करने का आग्रह करेगी।
बता दें कि जमीन घोटाले में ईडी ने 2023 में छापेमारी कर बड़ी संख्या में फर्जी डीड बरामद किए गए थे। जांच के दौरान इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि इनमें से कई जमीनों के मूल दस्तावेज कोलकाता स्थित रजिस्ट्रार ऑफ एश्योरेंस के ऑफिस से गायब कर जमीन माफिया को दिए गए थे। इसके बाद इन दस्तावेजों में छेड़छाड़ कर फर्जी डीड तैयार किए गए।
इसके एवज में रजिस्ट्रार ऑफ एश्योरेंस कर्मी तापस घोष को 21 लाख और संजीत कुमार को 8 लाख रुपए दिए गए थे। दस्तावेजों में बदलाव करने का जिम्मा हजारीबाग के डीड राइटर मो. इरशाद को दिया गया और उन्हें भी इसके लिए 8 लाख रुपये दिए गए थे। फॉरेंसिक जांच में भी फर्जी डीड तैयार किए जाने की पुष्टि हो चुकी है।
बता दें कि जमीन घोटाले में झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन, रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन, बड़गाईं के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, फर्जी कागजात तैयार करने के मास्टरमाइंड अफसर अली सहित एक दर्जन से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।