सुल्तानपुर, 9 अक्टूबर (आईएएनएस)। सुल्तानपुर में महात्मा गांधी इंटरमीडिएट कॉलेज (एमजीएस) के प्रधानाचार्य ने यहां के छात्र की धार्मिक पोस्ट लगाने के बाद हुई पिटाई और माफी मंगवाने के वायरल वीडियो पर बात की। उन्होंने बताया कि इस मामले में जिन छात्रों की संलिप्तता उजागर हुई है उनके खिलाफ एक्शन लिया गया है, जिसमें एक छात्र को स्कूल से निकाल दिया गया है और दूसरे को पंद्रह दिन के लिए निष्कासित किया गया है।
प्रधानाचार्य ने बताया, “यह दो बच्चों के बीच का मामला था। इन बच्चों में एक हमारे विद्यालय का छात्र अंकित तिवारी है और एक बाहर का छात्र अयान है। वह कहां पढ़ता है इसकी मुझे जानकारी नहीं है। इन दोनों के बीच इंस्टाग्राम पर कुछ चैटिंग हुई थी, जिसमें एक दूसरे के धर्मों के प्रति गलत ढंग से टिप्पणियां की गई थी। बाद में उसी चैटिंग को अयान के द्वारा वायरल किया गया एक विशेष ग्रुप में शेयर कर दिया। बाद में उस ग्रुप के लोगों ने अंकित को धमकाना प्रारंभ कर दिया था।”
इस मामले में आगे अंकित का माफी मांगते हुए वीडियो भी वायरल हुआ था। इस पर प्रधानाचार्य ने बताया, “इसी बीच में विद्यालय में उसी क्लास में पढ़ने वाले दो और बच्चे सुजल भारती और अनस नाम के छात्र ने विद्यालय बंद होने के बाद उसका एक माफी मांगते हुए वीडियो बनाया और उस वीडियो को वायरल कर दिया। यह सब जानकारी जब विद्यालय प्रबंधन तंत्र को मालूम हुई तो तत्काल पहले इनको पंद्रह दिन के लिए निष्कासित किया गया लेकिन जब यह पता चला कि इस वीडियो को वायरल करने में अनस की महत्वपूर्ण भूमिका थी तो विद्यालय प्रबंधन तंत्र ने इसका नाम काटने के लिए आदेश दे दिया है।”
प्रधानाचार्य ने बताया कि इसी वजह से अनस का नाम काट दिया गया है और उसको प्रवेश अब नहीं दिया जाएगा। जबकि सुजल भारती को अभी पंद्रह दिन के लिए निष्कासित किया गया है।
मालूम हो कि, इस मामले में स्कूल में दो समुदाय के छात्रों के बीच विवाद हो गया था। अंकित के परिजनों ने जहां अनस और सूजल भारती पर पिटाई करने के बाद माफी मंगवाने का आरोप लगाया था तो वहीं दूसरे पक्ष का कहना था कि अंकित ने सोशल मीडिया पर उनकी धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली पोस्ट शेयर की है।