अदम गोंडवी : ‘जन जन के कवि’, जिनकी ‘गुर्राहट’ ने शोषित वर्ग की खामोशी...
नई दिल्ली, 21 अक्टूबर (आईएएनएस)। एक भारतीय कवि जिनके कपड़े अक्सर बहुत साफ नहीं होते थे। धोती-कुर्ते के अलावा गले में सफेद गमछा डालकर वह श्रोताओं के सामने हाजिर होते थे। बात कहने का अंदाज भी ठेठ था, लेकिन वह बात लोगों के दिल तक पहुंचती थी। ऐसा नहीं कि लोगों को लुभाने के लिए उन्होंने कोई खास शैली विकसित की थी। सरल, सहज, बिल्कुल आम आदमी की तरह मुखातिब होने वाली यह शख्सियत थी अदम गोंडवी, जिनका जन्म 22 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के गोंडा में हुआ था।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर लिखे गए हिस्ट्री फिक्शन उपन्यास “गुलाबी खंजर” के प्रकाशन की...
भोपाल : 20 अक्टूबर/ भोपाल के कुक्कुट भवन में बहुप्रतीक्षित हिस्ट्री फ़िक्शन उपन्यास “गुलाबी खंजर” की ‘हिन्द युग्म प्रकाशन’ से प्रकाशित होने की आधिकारिक...
विश्व रंग फाउण्डेशन’ की घोषणा, विश्व हिंदी ओलम्पियाड’ में जुड़ेंगे एक करोड़ लोग –...
नई दिल्ली : 16 अक्टूबर/ साहित्य अकादमी, नईदिल्ली के सभागार रवीन्द्र भवन में विश्वरंग एवं वनमाली सृजन पीठ, दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में "विश्व...
दिल्ली में विश्व रंग विमर्श : “विश्वरंग अवलोकन और भविष्य दृष्टि” पर राष्ट्रीय संगोष्ठी...
नई दिल्ली : 14 अक्टूबर/ साहित्य अकादमी नईदिल्ली के रवीन्द्र भवन सभागार में आज 15 अक्टूबर 2024 मंगलवार को विश्वरंग एवं वनमाली सृजन पीठ...
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस ने त्रिभाषी संस्कृत-हिंदी-अंग्रेजी डिक्शनरी की लॉन्च
नई दिल्ली, 11 अक्टूबर (आईएएनएस)। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस (ओयूपी) ने शुक्रवार को दुनिया भर के विद्यार्थियों के लिए संस्कृत भाषा को सुलभ बनाने के लिए त्रिभाषी संस्कृत-हिंदी-अंग्रेजी शब्दकोश के लॉन्च की घोषणा की। ओयूपी जल्द ही द्विभाषी डिक्शनरी, भारत पोर्टफोलियो, में शामिल भाषाओं की संख्या को बढ़ाकर 13 (जिसमें 9 शास्त्रीय भाषाएं शामिल हैं) करेगा।
हिंदी के मशहूर आलोचक रामविलास शर्मा, जिनकी रचनाओं में मिलता है भाषा, साहित्य और...
नई दिल्ली, 9 अक्टूबर (आईएएनएस)। ‘हिंदुस्तान हमारा है, प्राणों से भी प्यारा है। इसकी रक्षा कौन करे? सेंत-मेंत में कौन मरे? बैठो हाथ पै हाथ धरे! गिरने दो जापानी बम! सत्यं शिवं सुंदरम्’, ये कविता लिखी थी हिंदी के मशहूर आलोचक डॉ. रामविलास शर्मा ने। जिन्होंने अपनी लेखनी के जरिए भाषा, साहित्य और समाज को एक धागे में पिरोकर उसका मूल्यांकन करने का काम किया।
डॉ. वीणा सिन्हा बनी वनमाली सृजन केन्द्र भोपाल की अध्यक्ष
भोपाल : 7 अक्टूबर/ साहित्य, संस्कृति और सृजन के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय वनमाली सृजन पीठ के अंतर्गत वनमाली सृजन केन्द्र, भोपाल ईकाई...
‘उपन्यास सम्राट’, जिनकी ‘सोजे वतन’ से डर गए थे हुक्मरान, लिखने पर लगाई पाबंदी...
नई दिल्ली, 7 अक्टूबर (आईएएनएस)। मुंशी प्रेमचंद को शरतचंद्र चट्टोपाध्याय ने 'उपन्यास सम्राट' का नाम दिया। सहज हिंदी में बोझिल बातों को आसानी से कहकर आंखों से पानी की धार बहा देने का हुनर था प्रेमचंद में। जिन्होंने जो कागजों में लिखा उसे जीवन में भी उतारा। गोदान, रंगभूमि, निर्मला, गबन जैसी अनगिनत कृति रचने वाले प्रेमचंद की 8 अक्टूबर को पुण्यतिथि है।
पिता की ही तरह फंतासी दुनिया रचने में माहिर थे दुर्गा प्रसाद खत्री, बाबू...
नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)। 'बापे पूत परापत घोड़ा बहुत नहीं तो थोड़ा थोड़ा'...रोहतास मठ जैसा उपन्यास रचने वाले दुर्गा प्रसाद खत्री ने इस कहावत को चरितार्थ भी किया। जिस शख्स के पिता फंतासी दुनिया की सैर कराती चंद्राकांता जैसी कृति गढ़ने वाले हों भला वो कैसे पीछे रहते। उन्होंने भी कहानियां रची, उपन्यास लिख डाले जिनमें ऐयारी, तिलिस्म, साइंस फिक्शन, देशभक्ति के कण थे। 5 अक्टूबर को इनकी पुण्यतिथि है।
सांस्कृतिक पत्रिका ‘रंग संवाद’ एवं पुस्तक “बृज की रसोई” को इंडियन फेडरेशन ऑफ पब्लिशर्स...
भोपाल : 1 अक्टूबर/ फेडरेशन ऑफ इंडियन पब्लिशर्स नईदिल्ली ने आईसेक्ट पब्लिकेशन की लोकप्रिय लेखिका डॉ विनीता चौबे की पुस्तक “बृज की रसोई” एवं...