दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह ने 1816 करोड़ रुपए की योजनाओं का किया उद्घाटन और शिलान्यास, यमुना सफाई को दी नई गति

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नई दिल्‍ली, 9 अक्‍टूबर (आईएएनएस)। गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को दिल्ली में 1,816 करोड़ रुपए की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य यमुना नदी की सफाई, पेयजल आपूर्ति और सीवर व्यवस्था को सुदृढ़ बनाना है।

इस मौके पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कार्यक्रम में भाग लेते हुए कहा कि “आज सच में बहुत सुंदर दिन है जब मां यमुना की स्वच्छता के लिए इतने बड़े पैमाने पर योजनाओं का लोकार्पण हो रहा है।”

रेखा गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित और सुरक्षित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह अटूट निर्णय शक्ति के साथ देश को संगठित और आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि “यमुना की सफाई दिल्लीवासियों के दिल की पीड़ा रही है। 15 साल और 11 साल की सरकारें आईं, लेकिन केवल वादे हुए, काम नहीं। पहली बार ऐसी सरकार बनी है जिसने यमुना की सफाई पर गंभीरता से काम शुरू किया है।”

मुख्यमंत्री ने बताया कि गृह मंत्री अमित शाह हर महीने यमुना सफाई को लेकर दिल्ली सरकार के साथ समीक्षा बैठक करते हैं। उन्होंने कहा कि आज जिन परियोजनाओं का शिलान्यास हुआ है, उनमें 1,300 करोड़ रुपए की लागत से एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) का निर्माण, 99 करोड़ रुपए की लागत से पेयजल परियोजनाएं, और 300 करोड़ रुपए की लागत से सीवर सिस्टम को सुदृढ़ करने की योजनाएं शामिल हैं।

रेखा गुप्ता ने कहा कि “जब तक एसटीपी नहीं बनेंगे, तब तक यमुना का पानी स्वच्छ नहीं हो सकता। एक-एक नाले पर एसटीपी बनाए जा रहे हैं, ताकि गंदे पानी को सीधे नदी में जाने से रोका जा सके।”

उन्होंने आगे कहा कि यमुना घाट के दोनों किनारों पर अब छठ पर्व मनाया जाएगा और सरकार पूर्वांचल के लोगों के साथ मजबूती से खड़ी है। इसके साथ ही, गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए पुलिस लाइसेंस की अनिवार्यता समाप्त करने का भी निर्णय लिया है।

मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि केंद्र सरकार ने पहले भी 2,000 करोड़ रुपए यमुना सफाई परियोजना के लिए दिए थे, लेकिन पिछली सरकारों ने उसका उपयोग नहीं किया। अब केंद्र और दिल्ली सरकार मिलकर इस दिशा में ठोस कदम उठा रही हैं ताकि आने वाले वर्षों में यमुना को पूरी तरह स्वच्छ बनाया जा सके।