ग्रेटर नोएडा, 9 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश सरकार ने दीपावली से ठीक पहले सभी 75 जिलों में ‘स्वदेशी मेले’ आयोजित करने की घोषणा की है। यह पहल कारीगरों, शिल्पकारों और उद्यमियों को सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इसका उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘वोकल फॉर लोकल’ आह्वान को बढ़ावा देना है।
उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री राकेश सचान ने बताया कि ये व्यापार मेले प्रत्येक जिले में लगभग 9 से 10 दिनों तक चलेंगे, जिसका आयोजन उत्तर प्रदेश अंतर्राष्ट्रीय व्यापार शो (यूपीआईटीएस) के बैनर तले होगा। ये मेले 9 से 19 अक्टूबर के बीच आयोजित किए जाएंगे।
पहले ऐसे मेले केवल 18 जिलों तक सीमित थे। अब सभी 75 जिलों में इनके विस्तार से हस्तशिल्पियों और कारीगरों को एक व्यापक बाजार और सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंच मिलेगी। इन मेलों में स्थानीय उत्पादों को प्रदर्शित करने पर जोर होगा, जिससे न केवल कारीगरों की आय बढ़ेगी, बल्कि उपभोक्ताओं को भी किफायती दरों पर गुणवत्तापूर्ण वस्तुएं मिलेंगी। साथ ही, खरीदारों को जीएसटी सुधारों के लाभों से भी अवगत कराया जाएगा।
बुनियादी ढांचे के विकास पर प्रकाश डालते हुए, मंत्री राकेश सचान ने बताया कि केंद्र सरकार के वित्तपोषण से लखनऊ, वाराणसी और आगरा में तीन यूनिटी मॉल का निर्माण शुरू हो गया है। इन मॉलों के लिए जमीन की पहचान हो चुकी है और कुछ जगहों पर आधारशिला भी रखी जा चुकी है।
राज्य सरकार की भविष्य की योजना सभी 75 जिलों में यूनिटी मॉल स्थापित करने की है। ये मॉल हर जिले के अनूठे उत्पादों (ओडीओपी) के साथ-साथ अन्य राज्यों के ओडीओपी उत्पादों को भी प्रदर्शित करेंगे, जिससे स्वदेशी वस्तुओं के लिए एक व्यापक बाजार तैयार होगा।
मंत्री ने यह भी बताया कि यूपी अंतर्राष्ट्रीय व्यापार शो (यूपीआईटीएस) का तीसरा संस्करण सफलतापूर्वक संपन्न हुआ है। इसका चौथा और अगला संस्करण 25 से 29 सितंबर, 2026 तक और भी बड़े पैमाने पर आयोजित किया जाएगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि अगले संस्करण को और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए इस वर्ष देखी गई कमियों को दूर किया जाएगा।