गुरुग्राम, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। गुरुग्राम पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने शनिवार देर रात मेदावस इलाके में एक सनसनीखेज मुठभेड़ के बाद दो कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के साथ मुठभेड़ में दोनों बदमाश पैरों में गोली लगने से घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए सेक्टर-10 के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने इनके कब्जे से दो पिस्तौल, दो जिंदा कारतूस, एक स्प्लेंडर बाइक और घटनास्थल से 11 खाली कारतूस बरामद किए हैं। इनमें सात खाली कारतूस बदमाशों की ओर से और चार पुलिस की जवाबी कार्रवाई के दौरान फायर किए गए।
पुलिस को 11 अक्टूबर की रात सूचना मिली थी कि दो कुख्यात अपराधी, जो पंजाब में हत्या के मामलों में वांछित हैं, गुरुग्राम में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। इस सूचना के आधार पर गुरुग्राम पुलिस ने योजनाबद्ध तरीके से जाल बिछाया। रात करीब 11 बजे मेदावस में दोनों बदमाश बाइक पर आते दिखे। पुलिस ने उन्हें सरेंडर करने का आदेश दिया, लेकिन बदमाशों ने उल्टा पुलिस पार्टी पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलीबारी की, जिसमें दोनों बदमाशों के पैरों में गोली लगी और वे घायल हो गए।
गुरुग्राम पुलिस के पीआरओ संदीप ने पत्रकारों को बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान 21 वर्षीय सुमित शर्मा और 19 वर्षीय सुखमनजीत, दोनों निवासी अमृतसर, के रूप में हुई है। प्रारंभिक जांच में पता चला कि सुमित शर्मा अगस्त 2025 में अमृतसर में हुई एक हत्या के मामले में वांछित है, जबकि सुखमनजीत 2022 में महतो गांव, अमृतसर में हुई हत्या के मामले में भगोड़ा घोषित है। सुमित पर पंजाब में हत्या, हत्या का प्रयास, जान से मारने की धमकी और आर्म्स एक्ट के तहत कुल छह मामले दर्ज हैं, वहीं सुखमनजीत पर एक हत्या का मामला दर्ज है।
पुलिस अब आरोपियों की आपराधिक पृष्ठभूमि की गहन जांच कर रही है। साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि ये बदमाश किस गैंग से जुड़े थे और गुरुग्राम में उनकी योजना क्या थी।