पटना, 3 नवंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के मुखिया लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी राबड़ी देवी पर जोरदार हमला बोला। साथ ही, उन्होंने बिहार में उद्योगों और चीनी मिलों को बंद करने के लिए उनके 15 साल के शासनकाल में फैली अराजकता को जिम्मेदार ठहराया।
सीतामढ़ी के रीगा ब्लॉक में एक रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि राज्य में इंडस्ट्री को हुए नुकसान पिछली सरकार के दौरान जबरन वसूली और आतंकवाद का सीधा नतीजा था। इसमें चीनी मिलों का बंद होना, बरौनी रिफाइनरी कॉम्प्लेक्स का रुका हुआ काम और पावर प्रोजेक्ट्स में देरी शामिल है।
अमित शाह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कानून-व्यवस्था बहाल करने और राज्य को विकास के लिए खोलने का श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि लालू और राबड़ी के राज में बिहार में डर और अराजकता का माहौल था। रंगदारी की वजह से हमारी शुगर मिल बंद हो गई थी। नीतीश कुमार ने डर का राज खत्म किया और विकास के दरवाजे खोले हैं।
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने रीगा में पहले किए गए वादे को दोहराते हुए कहा कि रीगा चीनी मिल अब चल रही है और ये सिर्फ शुरुआत है। उन्होंने वादा किया कि केंद्र का सहकारिता विभाग बिहार की सभी बंद चीनी मिलों को फिर से शुरू करेगा, ताकि गन्ना किसानों की समृद्धि बढ़े।
केंद्रीय मंत्री ने मौजूदा हालात की तुलना पहले के समय से की, जब माओवाद से प्रभावित इलाकों में वोटिंग कम होती थी। उन्होंने कहा कि इस बार पूरा बिहार शाम 5 बजे तक वोट करेगा, क्योंकि बिहार माओवाद से आजाद हो गया है।
राजनीति में वंशवाद पर हमला करते हुए अमित शाह ने कहा कि लालू प्रसाद यादव अपने बेटे तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं और सोनिया गांधी अपने बेटे राहुल को प्रधानमंत्री। लेकिन, जब तक नीतीश कुमार और पीएम मोदी हैं, ये सपने पूरे नहीं होंगे।
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने विकसित भारत और नीतीश कुमार ने विकसित बिहार का संकल्प लिया है। विकसित बिहार के बिना भारत विकसित नहीं हो सकता। अगर आप बिहार को विकसित बनाना चाहते हैं, तो एनडीए को शानदार जीत दिलाएं।





