कोलकाता, 25 जून (आईएएनएस)। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर एक भारतीय तस्कर को गिरफ्तार किया है। उसके कब्जे से 2.4 किलोग्राम से अधिक सोना जब्त किया गया है, जिसकी कीमत लगभग 2.43 करोड़ रुपए है।
मंगलवार को बांग्लादेश से भारत में लक्ष्मीपुर गांव के रास्ते सोने की तस्करी की जा रही थी, जो सीमा पर जीरो लाइन के करीब है।
लक्ष्मीपुर बॉर्डर आउटपोस्ट (बीओपी) पर तैनात बीएसएफ की 67वीं बटालियन के जवानों को उनके जिम्मेदारी वाले क्षेत्र से सोने की तस्करी के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी।
बीएसएफ साउथ बंगाल फ्रंटियर के प्रवक्ता ने कहा, “इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए, संबंधित बीओपी के सभी गश्ती दलों और चेक पोस्टों को हाई अलर्ट पर रखा गया था। मंगलवार को सुबह करीब 7:45 बजे एक मोटरसाइकिल को लक्ष्मीपुर गांव की दिशा से संदिग्ध तरीके से आते देखा गया। मोटरसाइकिल को जांच के लिए रोका गया।
उन्होंने बताया कि सवार के संदिग्ध व्यवहार को देखते हुए, जवानों ने गहन तलाशी ली और सीट कवर के नीचे प्लास्टिक टेप से लिपटे दो पैकेट मिले। पैकेट के अंदर एक सोने की पट्टी और 16 सोने के बिस्कुट थे। मोटरसाइकिल सवार तस्कर को तुरंत हिरासत में ले लिया गया।”
अधिकारी ने बताया कि सोने का वजन 2.451 किलोग्राम है और इसका अनुमानित बाजार मूल्य 2,42,94,960 रुपए है। जब्त किए गए सोने को आगे की कानूनी प्रक्रिया के लिए संबंधित विभाग को सौंप दिया गया है।
अधिकारी ने बताया, “प्रारंभिक पूछताछ के दौरान तस्कर ने खुलासा किया कि उसे लक्ष्मीपुर गांव के एक व्यक्ति से सोना मिला था और वह बोयरा गांव के रास्ते बनगांव बस स्टैंड पर एक अज्ञात व्यक्ति को इसे देने जा रहा था। उसे डिलीवरी के बाद 1,000 रुपये प्रति किलोग्राम का भुगतान करने का वादा किया गया था।”
बीएसएफ दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के महानिदेशक (डीआईजी) एन.के. पांडे ने जवानों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि बीएसएफ के जवान सीमा पर तस्करी जैसी अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए पूरी तरह सक्षम, सतर्क और समर्पित हैं। डीआईजी ने सीमावर्ती निवासियों से सोने की तस्करी से संबंधित किसी भी सूचना को बीएसएफ की ‘सीमा साथी’ हेल्पलाइन 14419 पर रिपोर्ट करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, “वे (सीमावर्ती निवासी) 9903472227 पर व्हाट्सएप पर टेक्स्ट या वॉयस मैसेज भी भेज सकते हैं। विश्वसनीय जानकारी भेजने वालों को उचित इनाम दिया जाएगा और उनकी पहचान भी गोपनीय रखी जाएगी।”