गुजरात में सिंथेटिक ड्रग गिरोह का भंडाफोड़, 25 करोड़ की केटामाइन जब्त

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अहमदाबाद, 18 जनवरी (आईएएनएस)। राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) की अहमदाबाद यूनिट ने तीन महीने में अपनी तीसरी सफलता को चिह्नित करते हुए एक ऑपरेशन में एक सिंथेटिक ड्रग नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। टीम ने 50 किलोग्राम केटामाइन जब्त की है, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 25 करोड़ रुपये बताई जा रही है।

अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि लेटेस्ट ऑपरेशन एनडीपीएस पदार्थों के निर्माण में शामिल गुप्त फार्मा और रासायनिक कारखानों पर डीआरआई द्वारा की गई कार्रवाई की एक सीरीज का हिस्सा है।

इससे पहले, डीआरआई ने महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजी नगर और गुजरात के वापी में मेफेड्रोन का उत्पादन करने वाले सिंडिकेट को ध्वस्त कर दिया था। इन प्रयासों से 500 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के नशीले पदार्थों की जब्ती हुई है और मेफेड्रोन का गुप्त रूप से निर्माण करने वाली तीन लैबों का पता चला है।

मौजूदा ऑपरेशन सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर शुरू किया गया था। डीआरआई अहमदाबाद की टीम ने अहमदाबाद के एयर कार्गो कॉम्प्लेक्स में एक निर्यात खेप को रोका। ‘हाइड्रॉक्सिलमाइन हाइड्रोक्लोराइड’ के रूप में यह शिपमेंट बैंकॉक के लिए निर्धारित किया गया था।

फॉरेंसिक साइंस लैब के अधिकारियों द्वारा गहन जांच करने पर खेप में केटामाइन होने का पता चला। इसके चलते नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत लगभग 50 किलोग्राम ड्रग जब्त की गई। केटामाइन की इस मात्रा का अवैध अंतरराष्ट्रीय बाजार में महत्वपूर्ण मूल्य है, जिसकी अनुमानित कीमत 25 करोड़ रुपये है।

कार्रवाई में डीआरआई अधिकारियों ने गांधीनगर के बाहरी इलाके में एक फैक्ट्री की पहचान की, जिसे इस प्रतिबंधित पदार्थ के उत्पादन स्थल के रूप में पहचाना गया। इस सुविधा में सिंथेटिक ड्रग का निर्माण हवाई मार्ग से भारत से बाहर तस्करी के लिए किया जा रहा था। गांधीनगर स्थानीय पुलिस के साथ एक संयुक्त अभियान के परिणामस्वरूप कारखाने की व्यापक तलाशी हुई।

इस सर्च ऑपरेशन में विभिन्न कच्चे माल और मध्यस्थों के साथ अतिरिक्त 46 किलोग्राम पाउडरयुक्त पदार्थ मिला, जिसके एनडीपीएस ड्रग होने का संदेह है। बाद में फैक्ट्री परिसर को एनडीपीएस अधिनियम 1985 के तहत सील कर दिया गया। तीन प्रमुख व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है और इस नेटवर्क की जांच जारी है।

–आईएएनएस

एफजेड/एबीएम