मुंबई, 27 दिसंबर (आईएएनएस)। एनसीपी के नेता और सांसद सुनील तटकरे ने शनिवार को खोपोली में मंगेश कालोखे की हत्या की घटना को ‘बेहद निंदनीय’ बताया और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से इस घटना की जांच के लिए एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम बनाने की मांग की।
पूर्व पार्षद और वार्ड नंबर 3 से नई चुनी गई शिवसेना पार्षद मानसी कालोखे के पति कालोखे की रायगढ़ जिले के खोपोली में हत्या कर दी गई।
तटकरे ने मुख्यमंत्री से जांच का दायरा बढ़ाने का आग्रह किया और कहा कि सभी आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए जांच फास्ट-ट्रैक तरीके से की जानी चाहिए।
उन्होंने जांच एजेंसियों से यह भी अपील की कि वे बिना पुष्टि वाले दावों से प्रभावित न हों, मामले में लगाए जा रहे कई आरोप निराधार हैं।
तटकरे ने कहा कि जब जांच चल रही हो तो अटकलें लगाना अनुचित है, और कहा कि पुलिस यह पता लगाएगी कि वास्तव में क्या हुआ था और क्या पहले कोई विवाद था।
यह विश्वास जताते हुए कि उनकी पार्टी के रायगढ़ जिला अध्यक्ष सुधाकर घरे का इस मामले में कोई सीधा या अप्रत्यक्ष हाथ नहीं है, तटकरे ने कहा कि वह आगे कोई टिप्पणी नहीं करेंगे जिससे जांच में बाधा आ सकती है।
तटकरे ने कहा, “महेंद्र थोर्वे जो चाहें करें। थोर्वे का पिछला रिकॉर्ड उनके चुनावी हलफनामे में दिखता है और यही पैमाना सुधाकर घरे पर भी लागू होता है।”
उन्होंने राज्य मंत्री भरत गोगवाले का भी जिक्र किया और कहा कि उनका पिछला रिकॉर्ड जगजाहिर है और गोगवाले ने खुद मालवन में एक रैली में सार्वजनिक रूप से बताया था कि नेता बनने के लिए क्या करना पड़ता है।
तटकरे की यह प्रतिक्रिया शिवसेना द्वारा मंगेश कालोखे की हत्या में एनसीपी कार्यकर्ताओं के शामिल होने के आरोपों के बाद 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद आई है। एफआईआर में जिन हाई-प्रोफाइल नामों का जिक्र है, उनमें सुधाकर घरे (एनसीपी-अजित पवार गुट के रायगढ़ जिला अध्यक्ष) और एनसीपी प्रवक्ता भरत भगत शामिल हैं, जो फिलहाल फरार हैं।
अधिकारियों ने बताया कि संदिग्धों को भागने से रोकने के लिए मुंबई एयरपोर्ट और अन्य जिलों में पुलिस टीमें तैनात की गई हैं।
पुलिस के अनुसार, शुक्रवार को मंगेश कालोखे अपने बच्चों को स्कूल छोड़कर मोटरसाइकिल से घर लौट रहे थे, तभी एक काली कार में सवार हमलावरों ने उन पर हमला कर दिया। हमलावरों ने उनकी मोटरसाइकिल को टक्कर मारी, उन्हें नीचे गिरा दिया और तलवारों, हंसियों और कुल्हाड़ियों से उन पर हमला किया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
रायगढ़ पुलिस ने संदिग्धों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है। आठ पुलिस टीमों की 26 घंटे की तलाशी के बाद, दो मुख्य आरोपी – रविंद्र देवकर और उनका बेटा दर्शन देवकर – को गिरफ्तार कर लिया गया।

