नई दिल्ली, 20 दिसंबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ भाजपा नेता हत्या मामले में एनआईए ने शुक्रवार को तीन और माओवादियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है। तीनों कथित तौर पर 2023 में चुनाव में बाधा डालने और लोगों में आतंक फैलाने के उद्देश्य से एक शख्स की कुल्हाड़ी से हत्या की साजिश में शामिल थे।
एनआईए ने जगदलपुर स्थित एनआईए की विशेष अदालत में दाखिल सप्लीमेंट्री चार्जशीट में सैनू राम कोर्राम, लालू राम कोर्राम और एक हथियारबंद व्यक्ति के खिलाफ भाजपा नेता रतन दुबे की हत्या का आरोप लगाया है। सैनू राम कोर्राम और लालू राम कोर्राम को 27 जून 2024 को गिरफ्तार किया गया था।
दुबे की 4 नवंबर 2023 को कौशलनार गांव में साप्ताहिक बाजार में चुनाव प्रचार के दौरान प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन सीपीआई (माओवादी) के सदस्यों ने हत्या कर दी थी। उस समय बाजार में काफी भीड़ थी। हत्या का उद्देश्य स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया को बाधित करना और स्थानीय लोगों में आतंक फैलाना था।
तीनों आरोपियों के खिलाफ विभिन्न दंड प्रावधानों और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की धाराओं के तहत आरोप दायर किए गए।
एनआईए की जांच में सीपीआई (माओवादी) के तहत काम करने वाले पूर्वी बस्तर डिवीजन के बयानार एरिया कमेटी और बारसूर एरिया कमेटी के सदस्यों की भूमिका और संलिप्तता सामने आई।
एनआईए ने स्थानीय पुलिस से जांच अपने हाथ में लेने के बाद 23 फरवरी 2024 को मामला दर्ज किया था। 5 जून को एनआईए ने एक आरोपी धन सिंह कोर्राम के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी।
बता दें कि एक अलग मामले में, एनआईए ने शुक्रवार को 2022 में कर्नाटक में भाजपा नेता प्रवीण नेट्टारू की हत्या में प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के एक फरार राज्य कार्यकारी सदस्य को गिरफ्तार किया। कोडाजे मोहम्मद शरीफ, जिनके विरुद्ध लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया था, को बहरीन से आने पर नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हिरासत में ले लिया गया।