संयुक्त राष्ट्र, 2 अक्टूबर (आईएएनएस)। इजरायली सेना की ओर से जारी निकासी आदेशों के कारण दक्षिणी लेबनान से 2 लाख से ज्यादा विस्थापित हुए हैं और लेबनान से 1 लाख से अधिक लोग सीरिया चले गए हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के मुख्य प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (ओसीएचए) ने चेतावनी दी है कि विस्थापित लोगों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है, क्योंकि इजरायली रक्षाबलों ने सोमवार-मंगलवार के बीच 30 गांवों सहित अन्य जगहों को खाली करने के आदेश जारी किए हैं।
प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने दैनिक ब्रीफिंग में कहा कि उत्तरी इजरायल में 60 हजार से ज्यादा लोग अपने घरों से विस्थापित हैं।
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी अपनी आपातकालीन प्रतिक्रिया को लगातार बढ़ा रही है और लेबनान में विस्थापित लोगों को तत्काल मानवीय तथा सुरक्षा समर्थन प्रदान करने के लिए साझेदारों के साथ मिलकर काम कर रही है।
संयुक्त राष्ट्र और उसके सहयोगी लेबनान सरकार का समर्थन कर रहे हैं, जिसमें बच्चों के लिए भोजन, पोषण, पानी और गद्दे तथा स्वच्छता किट जैसी अन्य आवश्यक सामग्रियां प्रदान की जा रही है। संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने लगभग 200 सामूहिक आश्रयों को आवश्यक सामग्री के साथ समर्थन प्रदान किया, जिसमें 50,000 विस्थापित लोगों को रखा गया है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वे बेरूत (लेबनान) में आज शुरू की गई 426 मिलियन डॉलर की आपातकालीन मानवीय अपील का तत्काल समर्थन करें।
स्टीफन दुजारिक ने कहा, “हमारे मानवीय सहयोगियों का कहना है कि इस धनराशि का उद्देश्य अगले तीन महीनों के लिए 10 लाख लोगों को मानवीय सहायता प्रदान करना है।”
उन्होंने कहा कि लेबनान में मानवीय समन्वयक इमरान रिज़ा ने चेतावनी दी है कि पर्याप्त संसाधनों के बिना पूरे देश की आबादी को उस सहायता के बिना छोड़ देने का जोखिम है जिसकी उन्हें तत्काल आवश्यकता है।