पेरिस, 8 अगस्त (आईएएनएस) भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने बुधवार को पेरिस ओलंपिक में अनुशासनात्मक उल्लंघन के बाद पहलवान अंतिम पंघाल पर प्रतिबंध लगाने की मीडिया रिपोर्टों का खंडन किया।
इससे पहले, आईओए ने पहलवान अंतिम और उनके सहयोगी स्टाफ को स्वदेश वापस भेजने का फैसला किया था। फ्रांसीसी अधिकारियों की एक शिकायत के अनुसार, अंतिम की बहन पहलवान के मान्यता कार्ड का उपयोग करके एथलीट गांव में प्रवेश करने की कोशिश कर रही थी।
आईओए ने एक्स पर लिखा, “आईओए उन खबरों का खंडन करता है कि पहलवान अंतिम पर प्रतिबंध लगाया गया है। यह मीडियाकर्मियों से अनुरोध करता है कि कृपया ऐसी रिपोर्ट पोस्ट करने से पहले आईओए नेतृत्व से जांच लें।”
एथलीट विलेज के सुरक्षा कर्मचारियों ने उसे हिरासत में लिया और अंतिम को बयान के लिए बुलाया गया।
अंतिम ने महिलाओं के 53 किग्रा भार वर्ग में देश का प्रतिनिधित्व किया और बुधवार को अपना प्री-क्वार्टर फाइनल मुकाबला तुर्की की ज़ेनेप येघ से 0-10 से हार गईं।
अंतिम ने शुरू में दावा किया कि सब कुछ तय हो गया है, और उसे जल्द ही अपनी मान्यता वापस मिल जाएगी।
भावुक अंतिम ने आईएएनएस को बताया, “मुझे जल्द ही मेरी मान्यता मिल जाएगी और मेरी बहन कुछ ही मिनटों में रिहा हो जाएगी।”
हालाँकि, ऐसा लगता है कि आईओए ने सुरक्षा और प्रोटोकॉल के इस उल्लंघन को गंभीरता से लिया है और मामले में सख्त कार्रवाई की है।
सूत्रों के मुताबिक, अंतिम ने अपनी बहन से एथलीट विलेज से अपना सामान इकट्ठा करने और उन्हें उस होटल में लाने के लिए कहा था जहां उसके कोच और बहन ठहरे हुए थे।