राजनीतिक स्थिरता व मजबूत सामाजिक सुरक्षा ढांचे से हुआ आर्थिक विकास : एनएसई के आशीष चौहान (आईएएनएस साक्षात्कार)

0
23

नई दिल्ली, 16 अप्रैल (आईएएनएस)। राजनीतिक स्थिरता और पिछले 10 वर्षों में देश में मजबूत सामाजिक सुरक्षा ढांचे के निर्माण के कारण भारतीय शेयर बाजारों की गणना दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बाजारों में की जाती है। यह बात नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के एमडी और सीईओ आशीष कुमार चौहान ने कही।

भारतीय स्टॉक एक्सचेंजों से नजदीक से जुड़े और बीएसई व एनएसई में सेवा दे चुके चौहान ने आईएएनएस के साथ बातचीत में इस बात पर जोर दिया कि जब किसी देश में गरीबी कम होती है, तो लोगों का आत्मविश्वास स्तर बढ़ता है और वे आर्थिक गतिविधियों में व्यापकता के साथ भाग लेना शुरू करते हैं। इससे विकास में तेजी आती है।

एनएसई के संस्थापक सदस्य चौहान ने कहा,” 10 वर्षों में बहुत सारे अच्छे काम किए गए हैं और मुझे लगता है कि समग्र राजकोषीय घाटे को कम करते हुए सामाजिक सुरक्षा का निर्माण प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के शासन की एक बड़ी उपलब्धि है।”

उन्होंने कहा प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाई), प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना (पीएमजेजेबीवाई), अटल पेंशन योजना (एपीवाई), आयुष्मान भारत और करोड़ों लाभार्थियों वाली अन्य सामाजिक कल्याण योजनाओं ने छोटे शहरों में भी नागरिकों में नया आत्मविश्वास पैदा किया है।

2013-2014 में निफ्टी इंडेक्स 7,500 के आसपास था। आज यह 22 हजार के ऊपर है।

चौहान के मार्गदर्शन में अत्याधुनिक तकनीकों को अपनाते हुए एक्सचेंज ने कई चीजें पहली बार देखीं और नई ऊंचाइयों को छुआ।

वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में एनएसई का शुद्ध लाभ में 8 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1,975 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 24 के पहले नौ महीनों के दौरान,एनएसई ने सरकारी खजाने में 28,131 करोड़ रुपये का योगदान दिया।

उनके मुताबिक, पिछले 10 साल में एक्सचेंज में कई नई कंपनियां लिस्ट हुई हैं और कुल मिलाकर कॉरपोरेट सेक्टर की ग्रोथ बढ़ी है, खासकर बैंकिंग सेक्टर में।

चौहान ने कहा, “पिछले दशक में सभी क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर निवेश हुआ है, खासकर बुनियादी ढांचे सड़क, बंदरगाह, मेट्रो, बिजली उत्पादन और अन्य में। दूसरी ओर, आय लगातार बढ़ी है और बेरोजगारी दर में काफी कमी आई है।”

आईआईटी बॉम्बे के मैकेनिकल इंजीनियर और आईआईएम कलकत्ता के पूर्व छात्र, चौहान को वित्तीय बाजार नीतियों के अग्रणी विशेषज्ञों में से एक माना जाता है।