मंगलुरु, 9 सितंबर (आईएएनएस)। मंगलुरु में पहली बार 77वीं सीनियर नेशनल एक्वाटिक चैंपियनशिप 2024 का आयोजन होगा। यह प्रतियोगिता अत्याधुनिक इंटरनेशनल एक्वाटिक कॉम्प्लेक्स, येम्मेकेर में होगी। चार दिन तक चलने वाली इस खेल प्रतियोगिता की शुरुआत मंगलवार से होगी और इसका समापन शुक्रवार, 13 सितंबर को होगा। इसमें देशभर से 500 से अधिक खिलाड़ी भाग लेंगे।
दो बार के ओलंपियन और 50 मीटर, 100 मीटर और 200 मीटर बैकस्ट्रोक में राष्ट्रीय रिकॉर्ड होल्डर श्रीहरी नटराज ने कहा, “यह बहुत रोमांचक है कि 77वीं सीनियर नेशनल एक्वाटिक चैंपियनशिप 2024 पहली बार मंगलुरु में हो रही है। यह भारतीय तैराकों के लिए अपनी क्षमता दिखाने और खेल को और बढ़ावा देने का बेहतरीन मौका है। मैं अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में रहने की कोशिश करूंगा और सभी प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक जीतने का लक्ष्य रखूंगा। मुझे घरेलू मैदान का फायदा भी मिलेगा।”
इस चैंपियनशिप में न केवल भारत के शीर्ष तैराक हिस्सा लेंगे, बल्कि गत चैंपियन कर्नाटक की मजबूत टीम भी शामिल होगी। ओलंपियन श्रीहरी नटराज, ब्रेस्टस्ट्रोक स्प्रिंटर लिकित एस पी, राष्ट्रीय रिकॉर्ड होल्डर और फ्रीस्टाइल स्पेशलिस्ट अनीश गौड़ा जैसे खिलाड़ी मुकाबलों में भाग लेंगे। इनके अलावा एस शिवा, पृथ्वी, आनंद ए एस, मिहिर आमरे, ऋषभ दास, देवांश परमार, धनुष एस, सोनू देबनाथ और युग चेलानी जैसे उभरते तैराक भी प्रतियोगिता में शामिल होंगे। महिलाओं में हर्षिता जयराम, मानवी वर्मा, प्रतिष्ठा डांगी, आस्था चौधरी, वृत्ति अग्रवाल, अंटिका चव्हाण, शिवांगी शर्मा और भव्या सचदेवा पर नजरें होंगी।
आयोजन समिति के अध्यक्ष गोपाल बी होसुर ने कहा, “हमारे लिए यह गर्व की बात है कि हम मंगलुरु में 77वीं सीनियर नेशनल एक्वाटिक चैंपियनशिप 2024 की मेजबानी कर रहे हैं। हम इस आयोजन को सफल बनाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।”
यह भारतीय तैराकों के लिए एक महत्वपूर्ण प्रतियोगिता होगी, क्योंकि इसमें 2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक के लिए ‘ए’ क्वालिफिकेशन मार्क का मौका मिलेगा। हाल ही में पेरिस ओलंपिक 2024 में नटराज ने शानदार प्रदर्शन कर भारतीय रिकॉर्ड को बेहतर किया था।
स्विमिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव मोनल चोकशी ने कहा, “यह भारत की सबसे बड़ी एक्वाटिक चैंपियनशिप है। आखिरी बार कर्नाटक ने 2021 में बेंगलुरु में इस प्रतियोगिता की मेजबानी की थी। मुझे विश्वास है कि इस बार मंगलुरु में आयोजित चैंपियनशिप खेल की लोकप्रियता को और बढ़ाएगी, क्योंकि युवा तैराक अपने आदर्शों को लाइव देख सकेंगे। मुझे पूरा भरोसा है कि भारतीय तैराक इस अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं का पूरा फायदा उठाएंगे और पिछले साल के प्रदर्शन को पार करेंगे।”