न्यूयॉर्क, 6 नवंबर (आईएएनएस)। सुहास सुब्रमण्यम का अमेरिकी संसद के निचले सदन- हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में जाना लगभग तय है। उनकी अमेरिकी संसद में एंट्री के साथ ही भारतीय अमेरिकी सांसदों के ग्रुप ‘समोसा कॉकस’ की संख्या 6 हो जाएगी।
वर्जीनिया निर्वाचन क्षेत्र में अब तक 97 प्रतिशत वोटों की गिनती हो चुकी है। सुब्रमण्यम को 52.1 फीसदी वोट मिले, जबकि उनके रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी को 47.9 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए हैं।
सुब्रमण्यम को एसोसिएटेड प्रेस (एपी) ने विजेता घोषित किया है। बता दें एपी आधिकारिक घोषणा से पहले मतगणना के आंकड़ों के आधार पर चुनावों की घोषणा करता है।
राष्ट्रपति बराक ओबामा के व्हाइट हाउस में टेक्नोलॉजी पॉलिसी एडवाइजर रहने और बिजनेस शुरू करने वाले सुब्रमण्यम अब वर्जीनिया जनरल असेंबली में सेवारत हैं। उनकी मां बेंगलुरु से हैं और उनके पिता चेन्नई से हैं।
सुब्रमण्यम ने अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री तुलाने यूनिवर्सिटी से हासिल की। उनकी कैंपेन बायोग्राफी के मुताबिक उन्होंने कैपिटल हिल में नीति सलाहकार के रूप में काम किया, जहां उन्होंने लाखों अमेरिकियों के लिए हेल्थ केयर की पहुंच का विस्तार और सुधार करने के लिए काम किया। उन्होंने इमिग्रेशन रिफॉर्म के समर्थन में द्विदलीय गठबंधन बनाने में मदद की।
नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री लेने के बाद वे व्हाइट हाउस स्टाफ में शामिल हो गए।
सुब्रमण्यम ने छोटे व्यवसायों और कामकाजी परिवारों की मदद करने और दवाओं की कीमतें कम करने के लिए कानूनों को बढ़ावा देने के अपने रिकॉर्ड के आधार पर चुनाव लड़ा।
सुहास और उनकी पत्नी मिरांडा पेना सुब्रमण्यम की दो बेटियां हैं।
हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में सभी पांच भारतीय अमेरिकी – रो खन्ना, अमी बेरा, प्रमिला जयपाल, राजा कृष्णमूर्ति और श्री थानेडा – के फिर से निर्वाचित होने की उम्मीद है।
एरिजोना से सदन के लिए चुनाव लड़ रहे एक अन्य डेमोक्रेट अमीश शाह को न्यूयॉर्क में रात 11:30 बजे (भारत में सुबह 10 बजे) 54 प्रतिशत वोटों के साथ 1.8 प्रतिशत की मामूली बढ़त ही हासिल थी।