सिनेमा में वास्तविकता को दिखाने की शक्ति : विधु विनोद चोपड़ा

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मुंबई, 22 नवंबर (आईएएनएस)। ‘जीरो से रीस्टार्ट’ के प्रीमियर के लिए तैयार फिल्म निर्माता विधु विनोद चोपड़ा ने कहा कि उन्‍हें लगता है कि ईमानदारी से फिल्म बनाने के लिए साहस बहुत जरूरी होता है, क्‍योंकि सिनेमा में वास्तविकता को दिखाने की शक्ति होती है।

चोपड़ा की फिल्म “जीरो से रीस्टार्ट” के वर्ल्ड गाला प्रीमियर में उन्होंने कहा, “मैं यहां आप सभी के सामने वैसे ही खड़ा हूं जैसे मैं अपनी असल जिंदगी में हूं। मुझे इस फिल्म से अपशब्दों को हटाने और अपनी छवि चमकाने के लिए कहा गया था.. लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया, यह मेरे लिए कठिन है।”

उन्होंने आगे कहा, “हम जो वास्तव में हैं, उसे छिपाते हैं और इसे अपने तक ही सीमित रखते हैं और बाहर एक पूरी तरह से अलग छवि दिखाते हैं। वास्तविक होना महत्वपूर्ण है । यह बहुत आसान हो सकता है, यह बहुत कठिन भी हो सकता है, लेकिन आपको वास्तविक होना चाहिए और आपको ईमानदार होना चाहिए।”

फिल्म का टीजर इस महीने की शुरुआत में रिलीज किया गया था और चोपड़ा ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर टीजर शेयर किया और कहा, “हममें से हर एक के पास एक ‘शून्य’ पल होता है, वह एक ऐसा बिंदु (पल) होता है, जहां से हमने अपनी शुरुआत की होती है, जो मासूमियत और शुद्ध महत्वाकांक्षा से भरी होती है।

टीजर एक सवाल से शुरू होता है जिसमें कहा जाता है, ”इस अंधेरे में सिर्फ बीस सेकंड के लिए आप सोचिए कि जब आपने अपना पहला सपना देखा था, कि मां मैं बड़ा आदमी बनूंगा, बहुत बड़ा एक्‍टर बनूंगा. तो आपने मां से ये नहीं कहा होगा कि मैं एक्‍टर बनूंगा मां, और गरीबों को तम्बाकू बेचूंगा। या मैं डॉक्‍टर बनूंगा मां और मैं गरीबों को लूटूंगा, गलत दवाइयां देकर पैसे कमाऊंगा।”

टीजर में चोपड़ा को इसी तरह के शक्तिशाली और प्रेरक संवाद बोलते हुए देखा जा सकता है।

‘जीरो से रीस्टार्ट’ 13 दिसंबर को रिलीज होगी।