वाशिंगटन, 24 जून (आईएएनएस)। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ईरान-इजरायल सीजफायर को लेकर लगातार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर अपनी बात रख रहे हैं। सीजफायर का ऐलान, इजरायल-ईरान के शांति प्रस्ताव की बात, फिर अपने फाइटर पायलटों की पीठ थपथपाने वाली पोस्ट के बाद अब उन्होंने दोनों देशों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर अपनी लेटेस्ट पोस्ट में लिखा, “युद्धविराम अब लागू हो गया है। कृपया इसका उल्लंघन न करें।”
ट्रंप के बयान के बाद इजरायली अधिकारी का बयान सामने आया। उन्होंने स्थानीय मीडिया को बताया कि ट्रंप ने युद्धविराम की घोषणा की है। अगर सभी पक्ष इसका पालन करते हैं, तो यह जारी रहेगा। हालांकि, इस मामले पर प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की ओर से कोई औपचारिक और सार्वजनिक बयान नहीं आया है।
इस बीच, इजरायल हवाई अड्डा प्राधिकरण ने बताया कि ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल हमले के कारण कुछ समय के लिए बंद रहने के बाद इजरायल का हवाई क्षेत्र फ्लाइटों के लिए खोल दिया गया है।
ट्रुथ पर सक्रिय अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों को भविष्योन्मुख होने की सलाह देते हुए कहा, “इजरायल और ईरान मेरे पास लगभग एक ही समय पर आए और बोले, ‘शांति!’ मुझे पता था कि अब समय आ गया है। दुनिया और मध्य पूर्व ही असली विजेता हैं। दोनों राष्ट्र अपने भविष्य में जबरदस्त प्रेम, शांति और समृद्धि देखेंगे। उन्हें बहुत कुछ हासिल करना है, और फिर भी अगर वो धर्म और सत्य के मार्ग से भटक गए तो उन्हें बहुत कुछ खोना पड़ेगा। इजरायल और ईरान का भविष्य असीमित है और उम्मीदों से भरा हुआ है। ईश्वर आप दोनों को आशीर्वाद दे।”
इससे पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने सोमवार शाम (अमेरिकी समयानुसार) को घोषणा की थी कि इजरायल और ईरान ने युद्धविराम को लागू करने के लिए एक औपचारिक समझौता किया है, जिससे कुछ घंटों में संघर्ष के आधिकारिक अंत की उम्मीद जताई गई।
ट्रंप ने लिखा था, “सभी को बधाई! इजरायल और ईरान के बीच इस बात पर पूरी तरह से सहमति बन गई है कि अब से लगभग 6 घंटे बाद जब इजरायल और ईरान अपने अंतिम मिशनों को पूरा कर लेंगे, 12 घंटे के लिए पूर्ण और संपूर्ण युद्धविराम होगा। इसके बाद युद्ध को समाप्त माना जाएगा।”
हालांकि, मीडिया रिपोर्टों के हवाले से कहा गया कि ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने स्पष्ट किया है कि दोनों के बीच किसी युद्धविराम पर कोई “समझौता” नहीं हुआ है।